भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकी संगठन आईएसआईएस के लिए युवाओं को भर्ती करने वाले अरमार शफी को अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है। इस तरह वह इस सूची में शामिल होने वाला पहला भारतीय है।
अमेरिकी गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार अरमार को कार्यकारी आदेश (ईओ) 13224 की धारा 1 (बी) के तहत नामित किया गया है। इसके अंतर्गत ऐसे आतंकवादियों को नामित किया जाता है जो किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधि में संलिप्त हैं और जिनकी गतिविधियों से अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा,राष्ट्रीय सुरक्षा,विदेश नीति एवं अर्थव्यवस्था पर खतरा पैदा हो सकता है। अरमार के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंध भी लगा दिया गया है जिसके तहत उसकी संपत्ति पर पाबंदी लगा दी गयी है और अमेरिकी नागरिकों को उनसे कोई संपर्क करने से मना कर दिया गया है।
बता दें कि अरमार कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है और 30 वर्षीय अरमार के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। अरमार को छोटा मौलो, अंजन भाई और यूसुफ अल-हिंदे के नाम से भी जाना जाता है। अरमार एक तकनीकी विशेषज्ञ है जो कि फेसबुक और अन्य सोशल साइटों के माध्यम से भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें आईएस में भर्ती करवाता है।
ऐसा कहा जाता है कि भारत में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों पर कार्रवाई के बाद अरमार अपने बड़े भाई के साथ पाकिस्तान भाग गया था। पाकिस्तान में इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज सहित भटकल भाईयों से लड़ाई के बाद अरमार ने ‘अंसर उल-तौहीद’ नाम का एक ग्रुप बनाया जो कि बाद में आईएस के साथ जुड़ गया। कई बार ऐसी खबरें आईं कि वह संयुक्त बलों के ड्रोन हमले में मारा गया मगर खुफिया एजेंसियों ने ऐसी खबरों को हर बार गलत बताया।