UP: Bundelkhand में सबसे बड़ी दुर्दशा किसानों की है। बुंदेलखंड में पानी न होने और सिंचाई की सुविधा के अभाव के कारण खेती करना हमेशा से चुनौती भरा काम रहा है। उस पर खाद की कमी के कारण तो किसानों का और भी बुरा हाल है। खेती में प्रयोग होने वाली खाद न मिल पाने के कारण 2 किसानों की दुखद मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक खाद के लिए लाइन में लगे एक किसान को दिल का दौरा पड़ा, आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरी घटना तो उससे भी दर्दनाक रही। किसान खाद न मिलने के कारण इतना निराश हो गया कि उसने फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले में दोनों किसानों के परिजनों का कहना है कि दोनों की जान खाद की वजह से गई है।
यूपी सरकार के दावे के उलट कुछ क्षेत्रों में खाद की भारी किल्लत है
दोनों किसानों की मौत पर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट करके किसानों की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया है कि पूरे यूपी में व खासकर बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सरकार किसानों को समय से खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है। जिससे पूरे दिनभर लाईन में लगे कई किसानों की मृत्यु हो गई तथा काफी बीमार भी हो गये। इस अति दुःखद व चिन्तनीय गम्भीर समस्या का सरकार तुरन्त समाधान करे। बीएसपी की यह मांग।
वहीं इस दुखद घटना पर कांग्रेस की महासचिव और यूपी कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट करके मोदी और योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है। प्रियंका गांधी इस समय उत्तर प्रदेश के हर मुद्दे पर सक्रिय हैं और बेबाकी से अपनी राय देते हुए योगी सरकार को घेरने की कोशिश करती रहती हैँ।
प्रियंका गांधी ने की सरकार की आलोचना
प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि किसान मेहनत कर फसल तैयार करें तो फसल का दाम नहीं, किसान फसल उगाने की तैयारी करें तो खाद नहीं। खाद न मिलने के चलते बुंदेलखंड के दो किसानों की मौत हो चुकी है, लेकिन किसान विरोधी भाजपा सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. इनकी नीयत और नीति दोनों में किसान विरोधी रवैया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रियंका गांधी ने किसानों के पक्ष में कई बार ट्वीट किया है। पिछली दफे प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था धान खरीददारी में कुव्यवस्था के चलते लखीमपुर के एक किसान को मंडी में पड़े धान में आग लगानी पड़ी।खाद वितरण में कुव्यवस्था के चलते ललितपुर के एक किसान की लाइन में खड़े-खड़े मृत्यु हो गई। उप्र की भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के कारण योगी सरकार बैकपुट पर चल रही है। पिछले दिनों लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप लगा है कि उन्होंने कथिततौर पर 4 किसानों की अपनी जीप से रौंद डाला। उस मामले में किसान आंदोलन लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं कि टेनी के बेटे को कड़ी से कड़ा सजा मिले।
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