उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गईं। इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षा में कुल 66,37,018 छात्र शामिल हो रहे हैं। बोर्ड परीक्षा के लिए 8549 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके बावजूद प्रदेश के कुछ इलाकों में सुबह पाली की परीक्षा में पहुंचे छात्रों को कई जगह अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। गोरखपुर के 11,400 छात्र प्रवेश पत्र न मिलने से परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। वहीं प्रशासन ने नकल रोकने के लिए 22 टीमें गठित की हैं। जहां एक ओर कुल 66 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा दे रहे हैं, वहीं 8 जेलों में भी करीब 200 से ज्यादा कैदी यूपी की परीक्षा दे रहे हैं।
बता दें कि योगी सरकार में पहली बार होने जा रही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अपनी सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है। नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड ने सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव (प्रशासन) शिवलाल ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पहली बार सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में परीक्षा कराई जा रही है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद बोर्ड की आज से प्रारंभ हो रही परीक्षाओं के लिए हमारे सभी प्रिय अभ्यर्थियों एवं सम्मानित शिक्षकों को नकलविहीन परीक्षा संपादित कराने के संकल्प के लिए शुभकामनाएं ।मुझे विश्वास है कि पारदर्शी परीक्षाओं को संपन्न कराने में आप की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। pic.twitter.com/VTrRVLVblh
— Dr Dinesh Sharma BJP (@drdineshbjp) February 5, 2018
परीक्षाओं में कई अनियमितताओं को भी देखा गया है। कई छात्र-छात्राओं का प्रवेश पत्र नहीं आए हैं। बता दें, यूपी बोर्ड परीक्षा 6 फरवरी, 2018 से शुरू हुई है। हाईस्कूल की परीक्षा 22 फरवरी, 2018 तक और इंटर की परीक्षा 10 मार्च, 2018 तक चलेंगी. यूपी बोर्ड ने कहा है कि परीक्षाओं में पहले दस स्थान पाने वाले छात्रों को एक लाख का पुरस्कार दिया जाएगा।