केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर से ऐसा बयान दिया है जिसके बाद वो फिर सुर्खियों में आ गये है। गडकरी पश्चिम महाराष्ट्र में सांगली में तेंभू ‘लिफ्ट’ सिंचाई परियोजना के चौथे चरण के पूरा होना पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने गये हुए थे।

जहां उन्होनें एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “तेंभू लिफ्ट सिंचाई योजना की आर्थिक व्यवहार्यता इतनी मुश्किल है कि एक बार मैंने एक व्यक्ति से इसे लेकर अपने विचारों का साझा किया था, मैंने कहा था कि यहां तक कि एक ट्रांसजेंडर को बच्चा हो सकता है लेकिन यह सिंचाई योजना कभी पूरी नहीं हो सकेगी।”

बीजेपी नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने मीडिया के एक हिस्से पर उनकी टिप्पणी को “तोड़मरोड़” कर पेश करने का आरोप लगाया है। गडकरी ने शनिवार को पुणे में कथित तौर पर कहा था कि “नेतृत्व को हार की जिम्मेदारी” लेनी चाहिए।

लिफ्ट सिंचाई परियोजना, सांगली जिले के शुष्क इलाकों में सिंचाई सुविधाएं देने के लिए कृष्णा नदी घाटी से पानी लेकर पूरी की जानी है। इस कार्यक्रम के दौरान सीएम देवेंद्र फडणवीस, जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन, राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल समेत कई दूसरे मंत्री मौजूद थे।

तेंभू जल परियोजना के पूरे हो जाने से सांगली और सोलापुर जिलों की 4 लाख एकड जमीन को पानी मिल सकेगा। इस परियोजना के लिए पहले भी भाजपा और शिवसेना की सरकार ने पैसा दिया था। महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए 4088 करोड रुपये मंजूर किए हैं। इतनी बड़ी लागत से बन रही इस परियोजना का मजाक उड़ाया जाता था और कहा जाता था कि ये योजना कभी पूरी नहीं होगी।

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