Umesh Pal Murder Case: सीएम योगी को शनिवार देर रात शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने उमेश पाल और उनके गनर की हत्या मामले में प्रोग्रेस रिपोर्ट सौंपी है। डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार और प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम) संजय प्रसाद को सीएम आवास पर बुलाया गया था। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को लीड और अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया है।
Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल की दिन-दहाड़े हुई थी हत्या
बता दें कि राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की दिन-दहाड़े प्रयागराज में हत्या कर दी गयी। बदमाशों ने उन पर बम और बंदूक से हमला किया था। मामले में अतिक अहमद का हाथ बताया जा रहा है। अतिक फिलहाल गुजरात के किसी जेल में किसी और मामले में बंद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उमेश पाल की हत्या में शामिल आरोपियों की तलाश जारी है। STF की कई टीम दिन रात जगह-जगह छापेमारी कर रही है। हालांकि, अभी तक एक भी आरोपी का सुराग नहीं मिल पाया है।

सदन में छिड़ी थी जुबानी जंग
उमेश पाल की हत्या के बाद सदन में भी जुबानी जंग छिड़ गयी थी। सपा प्रमुख अखिलेख यादव और सीएम योगी के बीच बहस हो गयी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,” किसी भी दिमाग में कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि दोषी को बख्शा जाएगा।” उन्होंने कहा, “पूर्व विधायक हत्या मामले में प्रमुख गवाह की हत्या के पीछे जिसका हाथ है उसे मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश उमेश पाल हत्या में चल रही जांच को आगे बढ़ाने के लिए पहले से ही प्रयागराज पहुंच चुके हैं। रिपोर्टों से पता चला है कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्यारों की पहचान की है। कहा जा रहा है हत्यारों में एक माफिया डॉन अतिक का बेटा भी था।
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