पाकिस्तान में जबरन शादी कर फंस चुकी भारतीय महिला उज्मा भारत लौट रही हैं। उज्मा ने पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग से मदद की अपील की थी। जिसके बाद इस्लामाबाद हाइकोर्ट ने पाकिस्तानी व्यक्ति पर जबरन शादी करने का आरोप लगाने वाली भारतीय महिला उज्मा को भारत लौटने की अनुमति दे दी है।
इस्लामाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश मोहसिन अख्तर कयानी ने उज्मा का मूल आव्रजन प्रपत्र वापस लौटा दिया है। हाईकोर्ट ने उज्मा को कड़ी सुरक्षा के बीच वाघा बॉर्डर तक सुरक्षा देने की बात कही है। 20 वर्षीय उज्मा भारतीय नागरिक हैं और पेशे से डॉक्टर हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि वह इस्लामाबाद हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी देखकर आगे इस मामले में अपना फैसला करेगा। वहीं सूत्रों के मुताबिक, उम्मीद है कि उज्मा अगले दो से तीन दिनों में भारत लौट आएंगी।
उज्मा ने पिछले दिनों भारतीय उच्चायोग में शरण ली थी। उसने बताया था कि एक पाकिस्तानी नागरिक ने बंदूक तानकर उसे शादी करने के लिए मजबूर किया था। उसे यहां हिंसा एवं यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है।
उज्मा ने इस्लामाबाद कोर्ट में अपने पति ताहिर अली के खिलाफ याचिका भी दायर की है। उसने ताहिर पर प्रताड़ना और धमकाने का आरोप लगाया है। उज्मा ने न्यायाधीश के सामने अपना बयान भी दर्ज कराया था। उजमा ने यह भी आरोप लगाये कि उसके सारे दस्तावेज छीन लिए गए हैं। उजमा ने कहा कि वह सुरक्षित भारत लौटने तक इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग नहीं छोड़ना चाहती हैं।