आज कल हर कोई विवादित बयान देकर सुर्खियों में छाया रहता है। चाहे वो किसी पार्टी का नेता हो या फिर कोई धर्म गुरू। नेताओं और धर्मगुरुओं ने बिना सोचे समझे बयान देना अपनी आदत सी बना ली है। इस बार स्वामी नरेन्द्र नाथ ने एक विवादित बयान दिया है।
कर्नाटक के उडुपी में विश्व हिंदू परिषद की ओर से तीन दिवसीय धर्म संसद का कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के आखिरी दिन रविवार को स्वामी नरेंद्र नाथ ने धर्म संसद के मंच से हिंदुओं से मोबाइल दूर रखकर हथियार उठाने की अपील की है।
स्वामी नरेंद्र नाथ ने इस दौरान कहा कि आपको लाखों रुपये की कीमत के मोबाइल रखने की क्या जरूरत है? हर हिंदू के पास मोबाइल की जगह हथियार होने चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने हथियार रखने की इस अपील को सुरक्षा और आत्मरक्षा से जोड़ दिया।
स्वामी नरेंद्र नाथ ने कहा कि जिस वक्त हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हों और पूजा स्थलों को नष्ट किया जा रहा हो। यहां तक कि संसद को निशाना बनाया जाए। ऐसे में हर किसी के पास आत्मरक्षा के लिए हथियार होने चाहिए।
स्वामी नरेंद्र नाथ इस मौके पर शनिवार को धर्म संसद में दिए गए स्वामी गोविंददेव के बच्चे पैदा करने वाले बयान का भी समर्थन करते नजर आए। उन्होंने कहा कि सिर्फ हिंदू ही क्यों 2 बच्चों की पॉलिसी पर अमल करें। ‘अगर मुस्लिम और ईसाई 20 बच्चे पैदा करते हैं तो हिंदुओं के भी इतने ही बच्चे होने चाहिए। ‘
आपको बता दें कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित तीन दिवसीय धर्म संसद में शामिल होने आरएसएस चीफ मोहन भागवत भी पहुंचे थे। जहां से पहले दिन ही उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा।