भारत की शिक्षा व्यवस्था पहले से ही कमजोर है। ऐसे में इस तरह की खबरें शिक्षा व्यवस्था के लिए और नकारात्मक हैं। लखनऊ में एक ऐसी घटना घटी जिसे कोई भी बच्चा देखे तो वो स्कूल जाना छोड़ दे और अगर कोई अभिभावक देखे तो शायद वो अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दें। जी हां, लखनऊ के सेंट जॉन वियाने स्कूल में कक्षा 3 में पढ़ने वाले एक बच्चे का वीडियो सामने आया है जिसमें टीचर ने सजा के रूप में उसे 40 से ज्यादा थप्पड़ मारे। यही नहीं सजा के नाम पर बच्चे को नोचा गया है, उसके सिर को ब्लैक बोर्ड से भिड़ा दिया गया है। हालांकि खबर मिलते ही स्कूल प्रशासन ने टीचर को निकाल दिया है।
लखनऊ के उतरेठिया के रहने वाले परविंद गुप्ता की बेटी नित्या और बेटा रितेश सेंट जॉन स्कूल में पढ़ते हैं। बेटी नित्या यूकेजी में है और बेटा रितेश कक्षा 3 का छात्र है। मंगलवार की सुबह दोनो बच्चे स्कूल गए थे। पढ़ाई चालू हुई । समय बीता और रितेश का सातवां पीरियड चालू हुआ। कक्षा में रितिका मैम आईं और उपस्थिति लेने लगीं। रितेश का रोल नं आया लेकिन रितेश सीट पर खड़ा होकर यस मैम! नहीं बोल पाया। बस, इसी बात से खफा होकर टीचर रितेश पर बरस पड़ी। उसने रितेश को एक, दो, तीन नहीं बल्कि 40 से ज्याद थप्पड़ लगा दिए। यहीं नहीं उसने रितेश का कॉलर पकड़कर घसीटा भी। साथ ही उसके चेहरे को नोच भी डाला और ब्लैक बोर्ड से उसका सिर भिड़ा दिया।
मारपीट कर जब टीचर चली गईं तो बाकी छात्रों ने रितेश को उठाया। रितेश की हालत बहुत बुरी थी। बदहवास हालत में जब वो घर गया तो मां से लिपटकर रोने लगा। बच्चे की हालत देख मां के आंखों में भी आंसू आ गए। उन्होंने जब रितेश से पूछा तो उसने सारा हाल बताया जिसके बाद अभिभावक स्कूल में शिकायक करने गए। स्कूल में सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। कक्षा का वीडियो देख हर किसी के आंखों में आंसू आ गए। स्कूल प्रशासन ने टीचर को स्कूल से निकाल दिया और उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिया है।