चीन अपने घटिया हरकतों से बाज नहीं आ रहा। एक तरफ जहां डोकलाम विवाद को लेकर वो भारत को अपनी सेना का रौब दिखाकर डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा वहीं दूसरी तरफ उसने भारत के राष्ट्र प्रतीकों का अपमान करना भी शुरू कर दिया है। लेकिन इन सब मामलों में वो प्रत्यक्ष भागीदारी नहीं निभा रहा। मतलब, जिस तरह चीनी मीडिया डोकलाम विवाद को लेकर भारत का अपमान कर रही थी वहीं अब चीनी कंपनियों ने भारत के राष्ट्र प्रतीकों को निशाने पर लिया है। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक स्थानीय दुकानदार के पास जूते की एक ऐसी खेप पहुंची है जिसमें चीन के बने जूतों को तिरंगे से बने डिब्बे में पैक किया गया है।
दरअसल, अल्मोड़ा के बिशन सिंह बोरा जूते का कारोबार करते हैं। उन्होंने अपने थोक विक्रेता से जूतों की नई खेप मंगवाई थी। जब जूतों की नई खेप उनके पास पहुंची तो उन्होंने बंडल को खोल कर देखा तो उसमें सभी जूतों की पैकेजिंग तिरंगे से की गई थी। यह देख वो अवाक् रह गए। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो पाया कि यह जूते उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर शहर स्थित एक डिस्ट्रीब्यूटर ने भेजे हैं। जिले के एसएसपी ने फौरन डिस्ट्रीब्यूटर को तलब किया। डिस्ट्रीब्यूटर से सवाल जवाब के बाद पता चला कि इसके तार दिल्ली से जुड़े हैं। अब पुलिस दिल्ली में बड़े वितरक से पूछताछ करेगी जिसके बाद शायद पता चल पाए कि जूते कहां से पैक होकर आए थे।
बता दें कि इसी तरह का मामला साल के शुरूआत में आया था जब ऑन लाइन रिटेल कंपनी अमेजन ने भारतीय तिरंगे का अपमान किया था। जिसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कड़ी निंदा की और कड़ी फटकार भी लगाई। यह कंपनी अमेजन कनाडा की वेबसाइट पर भारत का झंडा लगा डोरमैट बेच रही थी। सुषमा स्वराज के फटकार के बाद कंपनी को माफी मांगनी पड़ी थी।