जैन मुनि उपाध्याय नयन सागर महाराज से मुलाकात के बाद लापता हुई कोर इंजीनियरिंग कॉलेज की एमटेक की छात्रा खुद ही हरिद्वार पुलिस के सामने पहुंच गई। लड़की ने बताया कि वो अपनी मर्जी से 28 जुलाई को चली गई थी। लेकिन लड़की ने ये नहीं बताया कि वो कहां गई थी। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने लड़की का 164 में बयान दर्ज कराया। लड़की का कहना है कि जैन मुनि ने उसका अहपरहण नहीं किया था। उसका पति से तलाक का मामला चल रहा है। इसलिए वो परेशान होकर घर से चली गई थी। उसने अपने माता पिता के घर जाने से भी इनकार कर दिया और जैन समाज से भी जान को खतरा बताया।
बता दें कि लड़की का जैन मुनि आश्रम का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें साफ नजर आ रहा था कि रात में लड़की अपने कमरे से निकलकर जैन मुनि के कमरे में झांकती है। उसके थोड़ी देर बाद जैन मुनि अपने कमरे से निकलते हैं और लड़की के कमरे में घुस जाते हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद लड़की के घरवालों ने हरिद्वार के बहादराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले में जैन मुनि से पूछताछ की तैयारी में थी। इससे पहले जैन मुनि ने भी अपनी तरफ से सफाई दी थी और सच सामने लाने के लिए 48 घंटे का वक्त मांगा था। जैन मुनि ने इस मामले को अपने खिलाफ साजिश बताया था।
इस वीडियो को लेकर बवाल मच गया था। जैन समाज ने जैन मुनि उपाध्याय नयन सागर के खिलाफ अभियान छेड़ दिया था। कई जगहों पर जैन मुनि का विरोध शुरू हो गया था। जैन समाज ने उन्हें अपने धर्म से बहिष्कार करने का भी एलान किया था। अभी पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल करने की शुरुआत ही की थी कि लड़की खुद ही पुलिस के सामने पहुंच गई।
दरअसल, जैन मुनि ने भी कहा था कि ये वीडियो जान बूझकर उन्हें बदनाम करने के लिए जारी किया गया है। उन्होंने ये भी कहा था कि ये वीडियो बाहर से जारी किया गया है। लड़की खतौली की रहने वाली है। उसके लापता होने से उसके समाज में हड़कंप मच गया था। अब जब लड़की वापस आ गई है तो मामले में नया मोड़ आ गया है। क्योंकि लड़की ने अपने माता पिता के साथ जाने से भी मना कर दिया है और जैन समाज से अपनी जान को खतरा भी बताया है। ऐसे में सवाल उठता है कि लड़की को जैन समाज से खतरा क्यों है ? और वह अपने माता पिता के पास क्यों नहीं लौटना चाहती?
जाहिर है, तस्वीरों में जो सामने नजर आ रहा है, मामला उतना भर है नहीं। ये तो साफ है कि जिस तरह से वीडियो में जैन मुनि और लड़की की गतिविधियां नजर आ रही है, वो कहीं न कहीं संदेह पैदा करती हैं। आश्रम में रात के वक्त लड़की अपने कमरे से निकलकर जैन मुनि के कमरे के बाहर टहलती है , कमरे में ताक झांक करती है और उसके कुछ देर बाद ही जैन मुनि अपने कमरे से निकलकर लड़की के कमरे में जाते हैं। इससे ये तो साफ है कि इन दोनों के बीच कुछ न कुछ है और जो कुछ भी है कदाचित उसे सदाचार के दायरे में नहीं रखा जा सकता है।
एपीएन ब्यूरो