आजकल कभी जमीन के भगवान कहे जाने डॉक्टरों के जल्लाद बनने की तो कभी गुरु के गुरुघंटाल और वहशी बनने की खबरें आती हैं। क्योंकि एक जान बचाता है तो दूसरा ज्ञान की रोशनी देकर भविष्य को उजाले की तरफ मोड़ता है। अबकी मामला शाहजहांपुर के थाना रौजा का है और इस मासूम को इस हाल में पहुंचाने का जिम्मेदार उमेश नामक एक शिक्षक ही है। उर्मिला देवी उच्च माध्यमिक विद्यालय के केजी क्लास में पढ़ने वाले सात साल के इस मासूम की गलती बस इतनी थी कि वह अपने टीचर उमेश के कहने पर अपना नाम सही से नहीं लिख सका। इससे नाराज शिक्षक उमेश भक्षक बन बैठा। मासूम को इतना पीटा कि उसकी आंख लगभग बाहर निकल गई। डॉक्टर के मुताबिक मासूम की हालत नाजुक है।
हैवान गुरु ने मासूम को इस कदर जख्म दिये हैं कि कसाई भी शर्मिदा हो जाये। मासूम पूछने पर कुछ बताना चाहता है लेकिन दर्द के आगे उसकी तोतली जुबान खामोश हो जाती है।
पुलिस ने मासूम को इस हालत के पहुंचाने के जिम्मेदार शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जरुरी कार्रवाई में जुटी है।
एक तरफ शिक्षक संघ योगी सरकार से सुविधाओं को बढ़ाने की मांग के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है। जरुरत इस बात की है कि बच्चों को पढ़ानेवाले शिक्षकों को चाइल्ड सायकोलॉजी का पाठ पढ़ाया जाये। साथ ही हैवान शिक्षकों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिये कठोर कानूनी कार्रवाई हो।
एपीएन ब्यूरो