Tatya Tope Death Anniversary: आजादी की पहली लड़ाई यानी 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले मां भारती के वीर सपूत तात्या टोपे की आज पुण्यतिथि है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chouhan, बीजेपी सांसद Ravi Kishan, बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री Brijesh Pathak, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, बीजेपी नेता डॉ. महेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल समेत देश के कई राजनेताओं ने वीर तात्या टोपे की पुण्यतिथि पर उनकी शहादत को नमन किया।

Tatya Tope की पुण्यतिथि पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”अमर शहीद तात्या टोपे जी को बलिदान दिवस पर शत्-शत् नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रथम स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख सेनानायक के रूप में आपकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण थी। देशभक्ति के स्वर्णिम इतिहास में आपका अध्याय सर्वाधिक प्रेरणादायक रहेगा।”
यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने Tatya Tope की पुण्यतिथि पर ट्वीट किया, ”प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शौर्यवान सेनानायक, स्वतंत्रता की बलिवेदी पर सर्वस्व बलिदान करने वाले शिरोमणि श्री #तात्या_टोपे जी को उनके बलिदान दिवस पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।”
Tatya Tope ने अंग्रेजों से लिया था लोहा

टैंटिया टॉपे जिन्हें तात्या टॉपे के नाम से भी जाना जाता है। वो 1857 की क्रांति के मुख्य क्रांतिकारियों में से एक थे। बिना किसी सैन्य प्रशिक्षण के बावजूद, वो सर्वोत्तम और सबसे प्रभावी सेनानायक थे। ब्रिटिश द्वारा कानपुर पर कब्जा करने के बाद तात्या टॉपे ने जनरल विंडहम को शहर से पीछे हटने के लिए मजबूर किया था।

बता दें कि उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ मिलकर अंग्रेजों से लोहा लिया था। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, वो बड़ौदा में मंत्री भी थे। उनके मुकदमे में एक गवाह ने उनको एक गेहूंआ रंग के आदमी के रूप में वर्णित किया था और वो हमेशा एक सफेद चुक्री-दार पगड़ी पहने रहते थे। 18 अप्रैल 1859 को शिवपुरी में ब्रिटिश सरकार ने उन्हें फांसी पर लटका दिया था।
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