भारत रत्न और नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। मासूम बच्चों को बेचने के मामले में बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अब दिवंगत मदर टेरेसा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तस्लीमा नसरीन ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी से मानव तस्करी मामले का जिक्र करते हुए कहा कि मदर टेरेसा चैरिटी होम आज से ही नहीं काफी दिनों पहले से मासूम बच्चों को बेचता आया है। उन्होंने मदर टेरेसा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बर्बर कृत्यों से जुड़ी रहने वाली महिला थीं।बता दें कि मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी पर बच्चों को बेचने का आरोप है।
यह संस्था अपने कई होम्स से 280 महिलाओं द्वारा जन्म दिए गए शिशिओं के रिकार्ड मुहैया कराने में विफल रही थी। इस मामले में संस्था की एक सिस्टर को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामला सामने आने के बाद से मदर टेरेसा की संस्था चौतरफा हमला झेल रही है। बीते दिनों भाजपा के एक संसद ने मरद टेरेसा से भारत रत्न वापस लिए जानें की मांग की थी। इस मामले में अब लेखिका तस्लीमा नसरीन ने भी अपना नाम दर्ज करा लिया है। उन्होंने मिशनरीज ऑफ चैरिटी का हवाला देते हुए सीधे तौर पर मदर टेरेसा पर निशाना साधा है।
तस्लीमा ने कहा कि अपराधियों के पक्ष में सिर्फ इसलिए बयान नहीं देना चाहिए क्योंकि वह प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है कि मदर टेरेसा चैरिटी होम बच्चों को बेचता है, क्योंकि ऐसा आज से नहीं बहुत पहले से ही होता आया है। खुद को समाजसेविका कहलाने वाली मदर टेरेसा खुद कई अवैध, अमानवीय,अनैतिक, अनएथिकल, असैद्धांतिक और बर्बर कृत्यों से जुड़ी रही थीं। अपराधियों की रक्षा सिर्फ इसलिए करना क्योंकि वह प्रसिद्ध हैं, ऐसी कोशिश करना भी अपराध है।