Resident Doctors Protest: NEET PG कोर्स में दाखिले के लिए आंदोलन कर रहे डॉक्टरों और पुलिस के बीच हुए झड़प का मामला Supreme Court पहुंच गया है। इसे लेकर अदालत में याचिका दी गयी है। Supreme Court से इस याचिका में मामले पर स्वतः संज्ञान लेने की मांग की गई है।
Resident Doctors Protest की याचिका में क्या कहा गया है?
Resident Doctors Protest की याचिका में कहा गया है कि देश में ओमिक्रॉन का खतरा देश में लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में डॉक्टरों की हड़ताल के मामले पर सरकार को उचित कदम उठाए जाने का निर्देश Supreme Court दे। साथ ही याचिका में डॉक्टरों के साथ अभद्रता करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है।
इसके अलावा इस याचिका में NEET PG में आरक्षण मामले पर दाखिल याचिका पर तय तारीख से पहले सुनवाई करते हुए Day to Day basis पर सुनवाई किए जाने का आग्रह भी किया है।
Doctors क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?

बताते चलें कि देशव्यापी हड़ताल और प्रदर्शन, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) द्वारा किया जा रहा है। देशभर में रेजिडेंट डॉक्टर 27 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं और उनका यह प्रदर्शन NEET-PG 2021 Counselling में बार-बार हो रही देरी के कारण चल रहा है। बता दें कि Counselling में देरी के चलते नए बैच का एडमिशन नहीं हो पा रहा है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने 4 दिसंबर को किसी भी प्रकार की मेडिकल सेवा और मरीजों का इलाज करने से मना कर दिया था। जिसके बाद उन्हें 1 हफ्ते के लिए सस्पेंड किया गया था।
मंत्री के साथ बैठक के बाद समाप्त हो गया है हड़ताल
दिल्ली में मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री Dr. Mansukh Mandaviya ने NEET PG Counselling में हो रही देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद मनसुख मांडविया ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने की अपील की। जिसके बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है।
यह भी पढ़ें
- Arvind Kejriwal ने पीएम को लिखा खत, कहा- NEET-PG रेजिडेंट डॉक्टरों की काउन्सलिंग स्थगित होना दुख की बात
- Resident Doctors Protest: स्वास्थ्य मंत्री Mansukh Mandaviya ने रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ की बैठक, Duty Join करने की अपील