बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती की मुश्किलें बढ़ सकती है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद अखिलेश यादव और मायावती के शासनकाल में हुए घोटालों की जांच पर सीबीआई का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। सीबीआई ने मायावती सरकार में प्रदेश की 21 चीनी मिलों को बेचने को लेकर जांच शुरु कर दी है।
बता दें कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने 21 सरकारी चीनी मिल को बेचे जाने के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई को सौंप दी है। बता दें कि यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर इन शुगर मिल्स को बाजार दर से कम कीमत पर बेचने का आरोप है।
यूपी सरकार ने सीबीआई को जांच सौंपने के बाद अधिसूचना भी जारी कर दी है। राज्य सरकार का आरोप है कि एक जाली फर्म थी, जिसने इन सभी मिलों को खरीदा।
योगी सरकार ने सीबीआई से 2010-11 के बीच 21 शुगर मिल बेचे जाने की प्रक्रिया की जांच करने को कहा है। सीबीआई को राज्य सरकार की ओर से अधिसूचना मिल गई है, लेकिन मामले में एफआईआर अभी दर्ज की जानी है।
आरोपों में कहा गया है कि मायावती सरकार ने 21 मिलों को, जिनमें से 10 चल रही थी, बाजार भाव से बेहद कम दर पर बेच दिया था। यूपी सरकार ने सीबीआई को इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी दी हैं।
इस मामले में लंबे समय से सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी। प्रदेश में बीजेपी सरकार आने के बाद अप्रैल 2017 में इस पूरे मामले की जांच तेज कर दी गई। नवंबर 2017 में उत्तर प्रदेश राज्य चीनी निगम लिमिटेड के चीफ मैनेजर एसके मेहरा ने गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।