राम मंदिर का मुद्दा हमेशा से चर्चा में रहा है। यह चुनाव का भी मुद्दा बना रहता है। राम मंदिर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार (2 दिसंबर) को फिर दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जल्द शुरू होगा और अगली दिवाली तक श्रद्धालु उसमें जा सकते हैं। स्वामी ने रामराज्य विषय पर यहां एक व्याख्यान में कहा, हम अगली दिवाली राम मंदिर में मनाएंगे।
उन्होंने कहा ‘यह संभव है कि अयोध्या में राम मंदिर अगले वर्ष अक्तूबर तक लगभग तैयार हो जाए क्योंकि सब कुछ तैयार है तथा निर्माण के लिए सभी सामग्री पहले से निर्मित है। उसे केवल जोड़ना है, जैसा स्वामी नारायण मंदिर के मामले में हुआ था।’ रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में 5 दिसंबर से सुनवाई शुरू होने से पहले, स्वामी ने कहा, ‘इलाहाबाद हाई कोर्ट पहले ही इस विषय में गहरी चर्चा कर चुका है तो इसलिए सुन्नी वक्फ बोर्ड के पास ऐसा कुछ भी खंडन करने के लिए बचा नहीं है।‘
स्वामी ने कहा कि मैंने एक अतिरिक्त दलील दी है कि उस स्थान पर प्रार्थना करना मेरा और हिंदू समुदाय का मूलभूत अधिकार है। मुसलमानों को वह अधिकार नहीं है, उनकी रुचि केवल सम्पत्ति में है, वह एक सामान्य बात है। भाजपा नेता ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए एक नया कानून बनाने की कोई जरुरत नहीं है। क्योंकि हम यह केस जीत रहे हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे।‘
दूसरी तरफ सुब्रमण्यम स्वामी के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता मलिक्कार्जुन खड़गे ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तब भाजपा नेता राम मंदिर के बारे में बात करने लगते हैं। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल राम मंदिर का मामला कोर्ट में है और उनके फैसले के बिना कुछ नहीं हो सकता। 11 अगस्त को पिछली सुनवाई पर शीर्ष अदालत ने मामले से संबंधित दस्तावेजों को अंग्रेजी में अनुवाद करने का निर्देश देते हुए सुनवाई 5 दिसंबर तक के लिए टाल दी थी।