कोरोना महामारी के दौर में सभी अपना धंधा चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच खबर आई है कि, निजी अस्पताल और होटल वैक्सीनेशन पैकेज दे रहे हैं। इस पैकेज को केंद्र सरकार ने टीका अभियान का उल्लंघन बताया है। केंद्र सरकार ने शनिवार को एक नोटिस जारी कर कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा होटलों के सहयोग से दिए जा रहे कोविड -19 वैक्सीनेशन पैकेज राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए जारी दिशा-निर्देशों के खिलाफ हैं।

बता दें कि, सरकार द्वारा जार दिशानिर्देश के अनुसार कोरोना टीकाकरण सिर्फ सरकारी केंद्र या प्राइवेट अस्पताल द्वारा संचालित निजी केंद्र, सरकारी या निजी दफ्तरों पर ही किया जा सकता है। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अस्थायी आधार पर घर के पास के केंद्रों पर भी टीकाकरण किया जा सकता है।

यही कारण है कि, स्टार होटलों में किया जा रहा वैक्सीनेशन गाइडलाइंस के खिलाफ है। इस पर फौरन रोक लगनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नोटिस जारी कर इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया पेश की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त लहजे में कहा है कि, गाइडलाइंस का पालन न करने वालों के खिलाफ जरूरी कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने ट्वीट कर लिखा, “होटलों में टीकाकरण पैकेज #COVID19 नियमों के खिलाफ़, कानूनी कार्रवाई होगी! कुछ अस्पतालों द्वारा होटलों के साथ मिलकर लोगों को वैक्सीनेशन पैकेज का ऑफर देना दुर्भाग्यपूर्ण है। @MoHFW_INDIA ने राज्यों को पत्र लिखकर पैकेज देने वालों के खिलाफ़ कार्रवाई करने को कहा है। @PMOIndia

स्वास्थ्य मंत्रालय के नोटिस के अनुसार इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आवश्यक कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह तय करने के लिए भी कहा है कि देश में केंद्र के दिशानिर्देशों के मुताबिक ही कोविड -19 टीकाकरण अभियान चलाया जाए।

गौरतलब है कि, कोरोना काल में अस्पताल से लेकर आम लोग कालाबाजारी को बढ़ावा दे रहे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रहे है तो कहीं अस्पताल लाशों से पैसा कमा रहे हैं।

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