कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सोनिया गांधी के बाद पार्टी अध्यक्ष बनाने की खबर बहुत पहले से सुनने को मिल रही है लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर क्या कुछ चल रहा है यह समझ पाना मुश्किल है। राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने पर जब मंगलवार को सोनिया गांधी से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस बात को टाल दिया।
बजट सत्र के समापन से पहले सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों को रात्रीभोज पर बुलाया था। बताया जा रहा है कि संसद का बजट सत्र खत्म होने के बाद कांग्रेस में कई फेरबदल देखने को मिल सकते हैं। मीटिंग से पहले पत्रकारों ने सोनिया गांधी से जब राहुल को अध्यक्ष बनाने से सम्बंधित सवाल पूछा तो उन्होंने इस सवाल को टालते हुए कहा कि जब ऐसा कुछ होगा तो लोगों को खुद ही पता चल जाएगा। कांग्रेस पार्टी की इस मीटिंग में राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और सांसद शशि थरूर समेत और भी सांसद और नेता शमिल थे। 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से ही कांग्रेस का चुनावों में प्रदर्शन ख़राब होता चला गया जो अभी तक बेहतर होने का नाम नहीं ले रही है। राहुल गांधी का राजनीतिक प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा है ऐसे में पूरी कांग्रेस पार्टी की कमान सौंपना एक बहुत बड़ा फैसला होगा।
चुनावों में खराब प्रदर्शन को लेकर भी राहुल गांधी की लीडरशिप पर कई सवाल उठते रहे हैं। दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी राहुल गांधी को कांग्रेस के पुनर्गठन के मामले में जल्द फैसला लेने और सख्त कदम उठाने की राय दी है।