Sonia Gandhi: उदयपुर में कांग्रेस के तीन दिन के चिंतन शिविर का आगाज आज दोपहर 12 बजे से हो गया है। इस चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के देशभर के 400 बड़े नेता शामिल होने के लिए पहुंचे रहे हैं। दोपहर 2 बजे इस चिंतन शिविर के संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला।
बता दें कि कांग्रेस आज से आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अपनी तैयारियों और रणनीति को लेकर विचार मंथन कर रही है। इस कार्यक्रम को कांग्रेस ने ‘नव संकल्प शिविर’ का नाम दिया है। इस तीन दिवसिय कार्यक्रम का आयोजन उदयपुर के फाइव स्टार होटल ‘ताज अरावली’ में हो रहा है। सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में क्या कहा, यहा पढ़ें 5 मुख्य बातें..
1- Sonia Gandhi ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा
बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार घेरते हुए कहा कि- भाजपा और RSS की नीतियों के कारण देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसपर विचार करने के लिए ये शिविर एक बहुत अच्छा अवसर है। ये देश के मुद्दों पर चिंतन और पार्टी के सामने समस्याओं पर आत्मचिंतन दोनों ही है।
2- पीएम मोदी के ‘अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ का मतलब अब स्पष्ट हो गया है
सोनिया गांधी ने कहा कि- अब तो यह ठीक तरीके से स्पष्ट हो गया है कि पीएम मोदी और उनके सहयोगियों का वास्तव में उनके नारे ‘अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार’ से क्या मतलब है? इसका मतलब है कि लोगों को लगातार भय और असुरक्षा की स्थिति में रहने के लिए मजबूर करना। अल्पसंख्यकों जो हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं हमारे देश के समान नागरिक हैं, उनको शातिर तरीके से निशाना बनाना और उन पर अत्याचार करना।
3- हम अपनी नाकामयाबियों से बेखबर नहीं- सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने कहा कि- हाल में मिली नाकामयाबियों से हम बेखबर नहीं है। न हम बेखबर हैं संघर्ष और कठिनाइयों से जो हमें आगे करना है। लोगों की उम्मीदों से हम अनजान नहीं है। हमें यह प्रण लेने इकट्ठा हुए हैं, हम देश की राजनीति में अपनी पार्टी को उसी भूमिका में लाएंगे जो सदैव निभाई है।
4- बदलाव जरूरी है- सोनिया गांधी
आज पार्टी के सामने असाधारण परिस्थितियां हैं। संगठन में ढांचागत बदलावों की आवश्यकता है। असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला असाधारण तरीके से ही किया जा सकता है। हमें सुधारों की सख्त जरूरत है। हमें रणनीतिक बदलाव, ढांचागत सुधार और रोजाना काम करने के तरीके में बदलाव सबसे बुनियादी जरूरी मुद्दा है। इस बैठक के बाद बाहर एक ही संदेश जाना चाहिए कि संगठन की मजबूती, दृढ़ निश्चय और एकता का संदेश।
5- इस में विरोध करने वालों को जेल में डाला जा रहा है- सोनिया गांधी
राजनीतिक विरोधियों को डराया-धमकाया जा रहा है। जेल में डाला जा रहा है। जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र के सभी स्तंभों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू जैसे हमारे नेताओं के योगदान, उपलब्धियों और त्याग को नकारा जा रहा है। वहीं, महात्मा गांधी के हत्यारों और उनकी विचारधारा को महिमामंडित किया जा रहा है।
बता दें कि यह चिंतन शिविर 15 मई तक चलने वाला हैं। आज चिंतन शिविर में पहुंचे पुखराज पाराशर ने एपीएन न्यूज से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस देश और खुद की चुनौतियों पर खुले दिल से विचार करने के लिए तैयार है।
पुखराज पाराशर ने कहा कि, चिंतन शिविर के मंथन से कांग्रेस एक बार फिर से मजबूती के साथ उभरेगी। बता दें कि राजस्थान कांग्रेस के खास नेता पुखराज पराशर मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार भी हैं।
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