200 ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के साथ ही.. देश की लाईफलाईन कही जाने वाली भारतीय रेलवे ने एक बार फिर गति पकड़ ली है.. पहले दिन करीब 1 लाख 45 हजार लोगों को लेकर ट्रेनें देश के अलग-अलग स्थानों से गंतव्य की ओर रवाना हुईं। हालांकि, कोरोना संक्रमण को देखते हुए यात्रियों को सरकारी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना अनिवार्य होगा। जिन लोगों के पास कन्फर्म और RAC टिकट होगा उन्हें ही स्टेशन के भीतर प्रवेश की अनुमति मिलेगी। एक PNR नंबर पर अगर चार लोगों का टिकट है और इसमें एक भी टिकट कन्फर्म है तो सभी यात्री ट्रेन से यात्रा कर सकेंगे।

अगर किसी को कोरोना वायरस का लक्षण पाया गया तो उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे यात्रियों के टिकट का पूरा पैसा लौटा दिया जाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार यात्रियों को अनिवार्य रूप से जांच करानी होगी। इसके बाद ही यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। वेटिंग टिकट वालों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी। यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा। स्टेशन में फ्रवेश के दौरान और यात्रा के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करना होगा। ई-कैटरिंग की सुविधा ट्रेन में नहीं मिलेगी। पैकेज्ड फूड और पानी के लिए यात्रियों को पैसा देना होगा। सफर के दौरान चादर, तकिया और कंबल नहीं मिलेगा। यात्रा के लिए आरोग्य सेतु एप मोबाइल में डाउनलोड करना जरूरी होगा।

इस बीच, 26 लाख यात्रियों ने। 1 जून से 30 जून तक स्पेशल ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है। रेलवे की ये सुविधा 2 मई से संचालित हो रही राजधानी। 30 विशेष ट्रेनों और श्रमिक स्पेशल ट्रेन के अलावा है। हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए अगले सप्ताह सीटों की बुकिंग उम्मीद से काफी कम हुई है।

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