उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने और बगावत करने के लगभग 8 महीने बाद एकनाथ शिंदे को चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह धनुष और बाण सौंप दिया है। इस फैसले से शिवसेना के उद्धव गुट को तगड़ा झटका लगा है। मालूम हो कि शिवेसना 2 फाड़ हो गयी थी। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिंदे गुट ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी।
पिछले साल जून में एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ महाराष्ट्र के बाहर जा टिके थे। इसके बाद उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिंदे गुट को भाजपा ने समर्थन दिया और एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम बने और देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।
दोनों गुटों के बीच बढ़ते तनाव के बीच चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह जब्त कर लिया था। अब आयोग ने ये चिन्ह शिंदे गुट को दे दिया है। इससे पहले तक शिंदे गुट दो तलवार और ढाल वाला और उद्धव गुट मशाल वाला चिन्ह इस्तेमाल कर रहे थे। दोनों गुट चाहते थे कि शिवसेना का चुनाव चिन्ह उन्हें मिले।
मामले पर राज ठाकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ”आज एक बार फिर पता चला है कि बालासाहेब द्वारा दिया गया ‘शिवसेना’ का विचार कितना सही था।” वहीं उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने ट्वीट किया, ”चुनाव आयोग ने सच्चाई और न्याय का गला घोट दिया है। बालासाहेब की शिवसेना पर कुछ लोगों ने दावा किया और चुनाव आयोग ने इसे मंजूरी दे दी। देश तानाशाही की राह पर है। गद्दार कह रहे थे कि परिणाम उनके पक्ष में होगा। चलो लड़ते रहते हैं।”