प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने इटावा में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बता दें फिलहाल इस सीट पर उनके चचेरे भाई और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव सांसद हैं। शिवपाल के इस ऐलान के बाद सबसे बड़ा झटका सपा-बसपा गठबंधन को ही लगा है।
शिवपाल के इस ऐलान के बाद रामगोपाल यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को कहीं से भी लड़ने का अधिकार है। शिवपाल लड़े, मुझे ऐतराज नहीं है। इटावा में शिवपाल ने कहा मायावती अखिलेश की बुआ कैसे हो गई? जब मुलायम उनके भाई नहीं हुए, शिवपाल उनके भाई नहीं हुए, तो मायावती, अखिलेश की बुआ कैसे हो गई? जो भाई हुए बीजेपी के लोग उनके साथ मायावती ने कितना धोखा किया यह सभी जानते हैं।
उन्होंने कहा कि 3 फरवरी को फिरोजाबाद में होनी वाली रैली के दौरान मैं वहां से चुनाव लड़ने का ऐलान करूंगा। चाचा शिवपाल यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश के लिए पढ़ाई से लेकर क्या क्या नहीं किया, लेकिन ऐसे लोगों पर कैसे भरोसा किया जाए, जिसने बाप को बाप नहीं समझा और मुझे चाचा, इसलिए मैंने नई पार्टी बनाई। हमारा यह सफर मुश्किलों भरा है, लेकिन मुझे इस आग के दरिया में जाना है और तप कर निकलना है।
शिवपाल ने रामगोपाल पर तंज कसते हुए कहा कि वे कहे तो प्रोफेसर जाते हैं लेकिन कैसे प्रोफेसर हैं ये पता नहीं। कब्जा से लेकर गलत काम तक करवाते हैं। उन्होंने कहा कि सपा पहले बहुत बड़ी पार्टी थी। अब कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन तो अच्छा रहेगा ही, 2022 में वह अच्छे अच्छों की हवा खराब कर देंगे।