शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को एक बड़ा राजनीतिक बयान दिया है। संजय राउत ने कहा कि अगर बीजेपी 2019 के आम चुनावों में बहुमत हासिल करने में नाकाम रहती है तो बीजेपी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। संजय राउत ने ये भी कहा कि ऐसा लगता है कि संघ प्रणब मुखर्जी को पीएम उम्मीदवार के तौर पर घोषित करने की तैयारी कर रहा है।

यही नहीं शिवसेना ने बीजेपी के वैचारिक सलाहकार संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी शिवसेना के पूर्व प्रमुख बाल ठाकरे को अपने मंच पर आमंत्रित नहीं किया। वहीं यह टिप्पणियां ऐसे समय पर आई है जब बीजेपी और शिवसेना के आपसी रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं और दो दिन पहले ही गुरुवार को नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हिस्सा लिया था।

बता दें कि 7 जून को नागपुर स्थित आरएसएस के मुख्यालय में आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में डॉ. प्रणब मुखर्जी ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे थे। उनके इस कार्यक्रम में भाग लेने के निर्णय पर उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी समेत पार्टी के कई नेताओं ने उनका विरोध किया था। कांग्रेस के कई नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति से अपना फैसला बदलने के लिये कहा था।

शिवसेना ने कांग्रेस को फटकार लगाते हुए कहा कि मुखर्जी की यात्रा को रोकने की कोशिश में उसने खुद का मजाक बनाया। सेना ने कहा कि यह एक “बिना आवाज वाले पटाखे की तरह था।”