लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार ने बीजेपी और कांग्रेस से अलग तीसरा मोर्चा बनाने की विपक्षी कोशिशों की हवा निकाल कर रख दी है। एनसीपी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि तीसरा मोर्चा ‘व्यावहारिक’ नहीं है यानी ‘अव्य वहारिक’ है। मतलब साफ है कि, तीसरा मोर्चा जमीन पर ठोस रुप नहीं ले सकता या आ नहीं सकता। पवार ने पीएम पद के प्रत्याशी के नाम पर भी चुप्पी साध ली है। पवार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा ने जल्द से जल्द तीसरे मोर्चे के गठन की मांग की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके कई साथी चाहते हैं कि महागठबंधन बनाया जाए। वहीं पवार के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया कहा कि, पार्टी चुनावी तैयारियों में जुटी है और उसे इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
बयान से कांग्रेस के अंदरखाने निराशा
बयान से कांग्रेस तकलीफ के दोराहे पर है। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शरद पवार के बय़ान पर निराशा जताई और कहा, पवार सीनियर नेता हैं, कांग्रेस को शरद पवार का ये बयान चुभना स्वाभाविक है क्योंकि वह बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ देशभर में जहां जो मजबूत हो उसके साथ चलने को बेचैन है। उसका लक्ष्य मोदी को कैसे भी 2019 में हराने का हैष लेकिन उसे ये भी जानना चाहिये कि जनता पार्टी का क्या हश्र हुआ और वीपी सिंह के नेतृत्व में बने तीसरे मोर्चे की क्या दुर्गति हुई। जहां सबों की अपनी डफली और अपने राग थे।
पीएम पद के लिए अभी कोई चेहरा नहीं
शरद पवार का ये बयान न सिर्फ कांग्रेस बल्कि विपक्ष के लिए मुश्किलें खड़ा करने वाला है। बल्कि पवार के पीएम पद के प्रत्याशी के नाम पर चुप्पी साधने भी उसे चुभना स्वाभाविक है क्योंकि कांग्रेस राहुल को संभावित दावेदार के तौर पर देखती है। लेकिन विपक्ष में एक अनार तो सौ बीमार वाली हालत है।
देवगौड़ा ने की थी जल्द तीसरे मोर्चे के गठन की मांग
वहीं देवगौड़ा की दुखती रग पर भी शरद पवार ने हाथ रख दिया है। जिन्होंने बीते गुरुवार को कहा था कि जल्दी ही तीसरे मोर्चे का गठन होना चाहिए, क्योंकि पीएम मोदी और अमित शाह ने अप्रैल की बजाय मध्यप्रदेश,राजस्थारन और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के साथ दिसंबर में लोकसभा चुनाव कराने के संकेत दिए हैं। ऐसे में जब शरद पवार को खुद ही महागठबंधन पर बहुत भरोसा नहीं है तो विपक्षी एकता की हवा निकलनी तय है। ऐसे में भगवा पार्टी का मुस्कुराना भी तो लाजिमी ही है।