सपा नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब सूबे की योगी सरकार समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में सपा नेता आज़म ख़ान द्वारा बनवाए गये गाजियाबाद और लखनऊ हज हाउस के निर्माण की जांच कराएगी. उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी ने पीएम जन कल्याण योजना के तहत अल्पसंख्यक विभाग में कराए गए कार्यों की जांच एसआईटी से कराने के आदेश दे दिए हैं. मिली जानकारी के में मुताबिक जब सपा सत्ता में भी उस दौरान हज हाउस के निर्माण कार्यों में कुछ गड़बड़ियां हुई थी. जिसकी वजह से सरकार ने इस मामले की जांच कराने का फैसला लिया है.
बता दें कि इसी साल फरवरी में एनजीटी ने हज हाउस के निर्माण में नियमों के उल्लंघन को लेकर हज हाउस को सील करने का आदेश दिया था, जिसके बाद प्रशासन ने गाजियाबाद में बने हज हाउस को एनजीटी के आदेश पर सील कर दिया था. एनजीटी रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद हज हाउस में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं था. जिसकी वजह से हज हाउस से निकलने वाला गंदा पानी सीधे हिंडन नदी के गिरता था जिससे नदी प्रदूषित होती थी.

इतना ही नहीं रामपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने कुछ दिनों पहले ही आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट को तोड़ने के लिए नोटिस जारी किया था, रामपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया था कि सपा सांसद 15 दिनों के अंदर स्वयं अवैध निर्माण को ध्वस्त करें. नहीं तो 15 दिनों बाद प्रशासन उनका घर खुद तोड़ देगा और घर तोड़ने में जो भी खर्च होगा वो उनसे ही वसूला जाएगा. दरअसल ये रिजॉर्ट आज़म की पत्नी तंजीम फातिमा के नाम है. रामपुर विकास प्राधिकरण के मुताबिक, हमसफर रिजॉर्ट बिना नक्शा पास कराए बनाया गया है.
आपको बतादें आजम खान पत्नी और बेटे सहित भूमि अधिग्रहण, चोरी और रिश्वतखोरी से जुड़े कई मामलों में पिछले कई महीनों से बंद है.