रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh ) द्वारा विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) पर दिए गए बयान को लेकर देशभर में बहस छिड़ गई है जिसमें राजनाथ सिंह ने कहा था कि स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने जेल में रहते हुए अंग्रेजों से महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के कहने पर माफी मांगी थी। इस पर लोग सोशल मीडिया पर एक से एक टिप्पणी कर रहे हैं। लोग साक्ष्य भी पेश कर रहे हैं कि जब सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी तो महात्मा गांधी उस समय साउथ अफ्रीका (South Africa) में थे।
साक्ष्य किया पेश
वहीं जाने माने लेखक अशोक कुमार पांडे ने ट्वीट कर बताया है कि जिस साल सावरकर ने अंग्रेंजों को माफी नामा लिखा था उसी साल महात्मा गांधी साउथ अफ्रीका से भारत आए थे। इससे पहले सावरकर पांच बार माफीनामा लिख चुके थे।
अशोक पांडे ने ट्वीट कर बताया कि सावरकर ने पहला माफ़ीनामा 1915 में लिखा था. इसी साल गांधी अफ्रीका से भारत आये थे गांधी ने उन्हें छोड़ने की अपील 1932 में की जब वह येरवडा जेल में थे। इसके पहले सावरकर पाँच माफीनामे लिख चुके थे मुझ पर यकीन न हो तो उनके भक्त संपथ की किताब के पहले खंड में देख लें। तारीख सहित हैं।
आगे बीबीसी हिंदी ने ट्वीट कर दिलचस्प बात बताई है। बीबीसी ने ट्वीट कर बाताया कि ”सावरकर ने गांधी को दावत दी. गांधी बोले- न गोश्त खाता हूं न मछली। सावरकर ने मज़ाक उड़ाया- कोई कैसे बिना गोश्त खाए अंग्रेजों को चुनौती दे सकता है? उस रात गाँधी सावरकर के कमरे से सत्याग्रह आंदोलन के लिए उनका समर्थन लिए बिना ख़ाली पेट बाहर निकले थे।”
खैर यह तो बात हो गई तथ्यों की लेकिन सोशल मीडिया यूजर राजनाथ सिंह के इस बयान का अपनी तरह से आनंद ले रहे हैं। गजब के मीम्स शेयर हो रहे हैं।
दलाई लामा के साथ गांधी जी
सावरकर के जेल से छूटने की खुशी में DJ नाइट का खुद इंतजाम करते हुए
माफी नामा का कारण
तुम से न हो पाएगा
गांधी जी किस से बात कर रहे हैं।
माफी मांगो…कुछ नहीं होता है
यह भी पढ़ें:
Rajnath Singh ने सावरकर को बताया देश का पहला रक्षा विशेषज्ञ, शेर से की तुलना