रांची नगर निगम बोर्ड की बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने सफाई व्यवस्था को लेकर जमकर हंगामा किया। पार्षदों ने कहा कि पूरे शहर में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप फैला हुआ है लेकिन सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। गुस्साए पार्षदों ने बैठक से पहले मिले सफाई कर्मचारियों की लिस्ट को सदन में फाड़ दिया और नारेबाजी करते हुए मेयर के सामने पहुंच गये। पार्षदों ने मेयर पर सफाई व्यवस्था के लिए गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया और कहा कि मेयर की वजह से उन्हें जनता की सुननी पड़ती है।
वहीं रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने सफाई देते हुए कहा कि निगम पार्षदों की मांगों को पूरा करने की हर संभव कोशिश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि, ‘लेबर बढ़ाने की मांग सामने आई थी तो सभी 58 वार्डों में अतिरिक्त लेबर की नियुक्ति की गई है और वार्ड में काम चल रहा है। निगम की यही कोशिश रहती है कि लोगों की समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा किया जा सके’।
निगम बोर्ड की बैठक में शहर की समस्याओं को खत्म करने के लिए होती है। लेकिन रांची निगम की बैठक अक्सर हंगामे की भेंट चढ़ जाती है। ऐसे में आख़िर जनता की समस्याओं का निदान कैसे होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन