उत्तर प्रदेश के बाद बिहार की सियासत में पाकिस्तान के संस्थापक Muhammad Ali Jinnah की एंट्री हो गई है। बिहार के राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता Shyam Rajak ने यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के दिये जिन्ना वाले बयान को लपक लिया है।

बड़ा ही दिलचस्प है कि पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना पर चल रही सियासत और बयानबाजी का सिलसिला अब उत्तर प्रदेश से बिहार की ओर शिफ्ट हो गया है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने जिन्ना की तारीफ करते हुए कहा है कि जिन्ना नहीं चाहते थे कि देश का विभाजन हो।
सावरकर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते थे
देश की आजादी में जिन्ना के योगदान की प्रशंसा करते हुए श्याम रजक ने वीर सावरकर पर बड़ा हमला किया। सावरकर पर हमला करते हुए श्याम रजक ने कहा कि सावरकर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते थे। जबकि जिन्ना देश का विभाजन नहीं चाहते थे। सावरकर जैसे लोगों ने देश को तोड़ने का काम किया है। सावरकर देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महम्मद अली जिन्ना को भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के समान बताया था। जिसके बाद से भाजपा से लेकर ओवैसे तक के निशाने पर अखिलेश यादव आ गये थे।
लाल कृष्ण आडवाणी भी जिन्ना को ‘हिंदू मुस्लिम एकता का दूत’ बता चुके हैं
ऐसा नहीं है जिन्ना पर देश में पहली बार विवाद हो रहा है। इससे पहले भी भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने साल 2005 में जिन्ना की मजार पर जाकर उन्हें सेक्यूलर कह दिया था। जिसे लाल कृष्ण आडवाणी के राजनीतिक करियर का ढलान के तौर पर देखा जाता है।

आडवाणी ने जिन्ना की मजार पर जाकर उन्हें ‘सेकुलर’ और ‘हिंदू मुस्लिम एकता का दूत’ करार दिया था। शायद अपने उस बयान का खामियाजा लाल कृष्ण आडवाणी आज कर उठा रहे हैं। अभी यूपी में इलेक्शन होने वाला है, अब देखना है कि जिन्ना की जिन्न किसे रास आता है और किसके लिए घाटे का सौदा साबित होता है।
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