Republic Day 2022: भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में बहुत ही अहम स्थान रखता है। 26 जनवरी 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था। 26 नवंबर 1949 वह दिन था जब भारत ने संविधान को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया था और 26 जनवरी 1950 को लागू किया था।
Republic Day 2022: हस्तलिखित संविधान
- 251 पन्नों की ताकतवर इस किताब के मुख्य निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर हैं। भारत में संविधान को तैयार करने में कुल दो साल 11 महीने और 18 दिन लगे। इसका वजन 3.75 किलोग्राम है। विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा है। इसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल है। भारत का संविधान एक हस्तलिखित है। इसमें 48 आर्टिकल हैं।
- भारत से जब अंग्रेजों का शासनकाल खत्म होने वाला था, तब देश को ऐसे कानूनी किताब की जरूरत थी जिसके तले देश का हर नागरिक अपने अधिकार के साथ रह सके। जिसे देखते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के बीच संविधान बनाने की मांग उठने लगी थी। जब देश आजाद होने वाला था तो एक संइस सभा की पहली बैठक साल 1946 में 9 दिसंबर के दिन हुई। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुई इस बैठक में 207 सदस्य मौजूद थे।
Republic Day 2022: इस तरह आई प्रस्तावना
3. भारत का संविधान एक हस्तलिखित है। इसकी शुरुआत में एक प्रस्तावन भी लिखी है, जो कि संविधान की मूल भावनाओं को सामने रखती है। पर क्या आप जानते हैं संविधान में प्रस्तावना कैसे आई?
4. संविधान सभा द्वारा संविधान का निर्माण किया गया था। संविधान सभा में जवाहरलाल नेहरू ने 13 दिसंबर 1946 को एक उद्देशिका पेश की थी। जिसमें बताया गया था कि किस प्रकार का संविधान तैयार किया जाना है। इसी उद्देशिका से जुड़ा हुआ जो प्रस्ताव था वह संविधान निर्माण के अंतिम चरण प्रस्तावना के रूप में संविधान में शामिल किया गया। इसी कारण प्रस्तावना को उद्देशिका के नाम से भी जाना जाता है।
5. 1949 में 26 नवंबर को संविधान सभा ने संविधान को अपना लिया था लेकिन लागू 26 जनवरी को किया। इसकी वजह थी कि 26 जनवरी 1930 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। 20 साल बाद उसी दिन संविधान लागू कर दिया गया।
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