राम जेठमलानी ने अरविंद केजरीवाल पर लगे मानहानि केस मामले में अब और लड़ने से मना कर दिया है। उधर सुनने में आ रहा था कि केजरीवाल भी राम जेठमलानी को अपना केस नहीं देंगे और किसी दूसरे बड़े वकील से अपना केस लड़वाएंगे। इधर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से जब मीडिया ने पूछा तो उनका कहना है कि राम जेठमलानी को केजरीवाल केस से नहीं हटाया गया है।

विदित है कि मानहानि के एक मुकदमे के दौरान केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने अदालत में अरूण जेटली को बदमाश कहा था और उनका कहना था कि यह बात उन्होंने अपने मुवक्किल अरविंद केजरीवाल के कहने पर कही थी। इस घटना के बाद अरूण जेटली ने 10 करोड़ रूपए का एक और मानहानि केस दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ठोक दिया।

इससे पहले 2015 में सीबीआई ने केजरीवाल के ऑफिस में छापा मारा था। उस समय केजरीवाल ने दावा किया था कि ऑफिस में डीडीसीए के कथित घोटालों से जुड़ी फाइलें आई थी। इसे छापे के दौरान सरकार ने सीबीआई के जरिए गायब करा दिया। वहीं केजरीवाल का आरोप था कि जेटली के दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में प्रेसिडेंट रहते हुए कई आर्थिक गड़बड़ियां हुईं। जेटली 2010 से 2013 तक क्रिकेट बॉडी के प्रेसिडेंट थे। इसी मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानी का केस दायर किया था।