Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में इसी साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार (6 जून) को दिल्ली में एक बड़ी बैठक हुई। 4 घंटे तक चली इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह करा दी गई है। सूत्रों ने बताया है कि कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट की तीनों मांगे मान ली हैं जिसके बाद पायलट ने भी संतुष्टी जाहर कर दी है। इसके अलावा सचिन पायलट की भूमिका को लेकर एक हफ्ते में बड़ा ऐलान होगा। बैठक में फैसला किया गया कि गहलोत सरकार वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जल्द कारवाई करेगी।
बता दें, इस बैठक में राजस्थान के कई मंत्रियों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों समेत 30 नेताओं ने हिस्सा लिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि, “पास्ट की बातों को भूलकर फ्यूचर पर ध्यान दिया जाए”। यानी जो पार्टी के अंदरूनी विवाद के मुद्दे हैं, फिलहाल उन्हें भुलाने की ओर कदम आगे बढ़ाया गया है। बैठक में दोहराया गया कि फिलहाल सबको एकजुट होकर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को रिपीट करने पर पूरा जोर देना है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी इस मीटिंग के बाद खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि, “उनकी सभी मांगों पर पार्टी सहमत है”।
क्या हैं सचिन पायलट की तीन मांग?
- राजस्थान लोक सेवा आयोग यानी RPSC का खत्म कर इसका फिर से गठन किया जाए।
- पेपर लीक होने से जिन भी छात्रों को नुकसान हुआ है, उनको उचित मुआवजा दिया जाए।
- पूर्व सीएम और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कराई जाए।
Rajasthan Assembly Elections 2023: एकजुटता हो, तभी चुनाव जीत सकती है पार्टी- वेणुगोपाल
मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “बैठक में नेताओं ने फैसला लिया कि कांग्रेस राजस्थान चुनाव जीत सकती है, बशर्ते राजस्थान कांग्रेस में एकजुटता हो। पार्टी की तैयारियों पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि आज सभी नेताओं ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि जीतने की क्षमता के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। उम्मीदवारों की लिस्ट सितंबर के पहले सप्ताह में घोषित कर दी जाएगी”।
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