आए तो थे बैंड बाजे के साथ शादी करने, लेकिन हुआ कुछ यूं कि सारे अरमान धरे के धरे रह गए और बाराती बंधक बन गए। मेरठ के परीक्षितगढ़ क्षेत्र के किला पुट्ठी निवासी सीनू पुत्र नाज़िम के सारे सपने उस वक्त टूट गए, जब उसकी होने वाली बेगम ने दहेज के खिलाफ आवाज उठाते हुए निकाह करने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं दुल्हन वालों ने बारातियों को बंदी भी बना लिया।
गौरतलब है कि नाज़िम का निकाह इंचौला निवासी एक युवती से तय किया गया था। निकाह के दिन सारे बाराती गाजे बाजे के साथ निकाह में शरीक होने पहुंचे, मगर जैसे ही निकाह की रस्म पूरी करने के लिए दुल्हा और उसका भाई स्टेज पर पहुंचे, दहेज के लालची दूल्हे के भाई ने अपाचे बाइक के साथ ढाई लाख रूपए की रकम अदा करने की शर्त रख दी और साथ ही ऐलान कर दिया कि निकाह की रस्म उस वक्त तक आगे नहीं बढ़ाई जाएगी जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती। इस बात की भनक जैसे ही दुल्हन तक पहुंची, उसने निकाह करने से इंकार कर दिया, दुल्हन के पिता ने भी ऐसे लालची लोगों को अपनी बेटी सौंपने से मना कर दिया। उसके बाद दुल्हे को न बाइक मिली ,न बेगम और सारे बाराती बन गए बंधक। लड़की वालों ने पूरे पैलेस के दरवाजे बंद कर दिए और बारातियों को बंदी बना लिया और तब तक बंदी बनाकर रखने को कहा जब तक उनके शादी में खर्च होने की रकम लड़के वाले नहीं चुका देते। लड़के वालों की तरफ से कुछ लोग रकम का इंतजाम करने पहुंचे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास भी किया। मगर पूरी रात बाराती बंधक बनकर ही रहे। फिलहाल दोनों पक्षों ने थाने में कोई तहरीर नहीं दी है।