कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को इशारों-इशारों में ये साफ कर दिया कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो वे राजस्थान के सीएम पद पर बने नहीं रह सकते। सूत्रों का कहना है कि गहलोत के प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी जगह ले सकते हैं।
राहुल गांधी ने आज केरल में संवाददाताओं से कहा, “हमने उदयपुर चिंतन शिविर में प्रतिबद्धता जताई थी, मुझे उम्मीद है कि प्रतिबद्धता बनी रहेगी।” गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गहलोत गांधी परिवार की पसंद हैं, लेकिन गहलोत को चिंता है कि अगर उन्हें चुना जाता है, तो उन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ना होगा। उस स्थिति में राजस्थान में सचिन पायलट उनकी जगह लेंगे। याद हो कि पायलट ने 2020 में गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया था। बाद में पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद सुलह हो सकी थी।
इससे पहले पायलट ने बुधवार का दिन राहुल गांधी के साथ बिताया था और वे केरल में राहुल की “भारत जोड़ी यात्रा” पर उनके साथ चल रहे थे, और आज सुबह गहलोत के आने से कुछ घंटे पहले वे केरल से रवाना हो गए। गहलोत ने कहा कि वह 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में लौटने के लिए मनाने के लिए “एक आखिरी बार” प्रयास करेंगे। वहीं आज राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि वह अपने निर्णय पर कायम हैं और अध्यक्ष नहीं बनेंगे।
मालूम हो कि कल शाम, गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। गहलोत ने बैठक से पहले कहा, “एक व्यक्ति मंत्री रह सकता है और कांग्रेस अध्यक्ष भी चुना जा सकता है। मैं कुछ भी करूंगा जिससे पार्टी को फायदा हो, एक पद, दो पद या तीन पद, मैं पीछे नहीं हटूंगा।” लेकिन राहुल गांधी के बयान के बाद ये साफ हो गया है कि गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष के साथ सीएम नहीं बने रह सकते।