गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए खुशखबरी की खबर है। 132 साल पुरानी कांग्रेस को सोमवार को पार्टी का नया अध्यक्ष मिल गया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टी का नया अध्यक्ष निर्वाचित किया गया हैं।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकार (सीईए) के अध्यक्ष मुल्लापल्ले रामचंद्र ने राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने का एलान किया। रामचंद्र ने बताया कि राहुल गांधी की ताजपोशी 16 दिसंबर को होगी।
राहुल गांधी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद दिल्ली में कांग्रेस के मुख्यालय 24 अकबर रोड पर जश्न मनाया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने होली से पहले ही होली खेलकर अपनी खुशी जाहिर की और सभी खुशी में झूमते हुए नजर आए।
दरअसल, आज नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख थी और दोपहर 3 बजे तक नामांकन वापस लेने की अंतिम समय सीमा के खत्म होते ही उनको अध्यक्ष चुन लिया गया। आपको बता दें कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में सिर्फ राहुल गांधी ने नामांकन भरा था। राहुल गांधी के पक्ष में कुल 89 नामांकन पत्र दाखिल किये गए थे। जांच में सभी नामांकन पत्रों को वैध पाया गया है।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी जी के निर्विरोध निर्वाचन पर उन्हें बहुत बहुत बधाई.
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKN) December 11, 2017
उनके नेतृत्व में कांग्रेस नई ऊँचाइयों को छुयेगी.
उनके युवा नेतृत्व में कांग्रेसजनो में नये जोश व उत्साह का संचार होगा.@OfficeOfRG @INCIndia #CongressPresidentRahulGandhi pic.twitter.com/Bov5ieSWPK
राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद उनके सामने कई कड़ी चुनौतियां है। कांग्रेस 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद एक के बाद एक विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर रही है।हालांकि, उसे पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी। राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव का परिणाम आने से ठीक दो दिन पहले नियुक्त किया जाएगा। एक समय पूरे देश पर कांग्रेस का नियंत्रण था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ पांच राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में उसकी सरकार है।
राहुल गांधी के लिए चुनौती ये है कि उन्हें न सिर्फ पार्टी को आने वाले चुनावों में जीत दिलानी होगी, बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को जोश भी दिलाना होगा।