जातीय हिंसा से झुलस रहे शब्बीरपुर के लोगों का हाल जानने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अनुमति न मिलने के बावजूद शनिवार को सहारनपुर के लिए रवाना हो गए हैं। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर और प्रदेश प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद राहुल गांधी के साथ रवाना हुए हैं। सभी नेता एक साथ सहारनपुर जा रहे हैं।
सहारनपुर में प्रशासन ने राहुल के हेलीकॉप्टर को उतारने की इजाजत नहीं दी, इसलिए वो सड़क के रास्ते सहारनपुर जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी के साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हो सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल को रोकने के लिए यूपी-हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बिना इजाजत राहुल गांधी के दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन से टकराव के हालात बनने की आशंका है।
उन्हें जनपद में प्रवेश से रोकने के लिए हिंसा की जांच को आए गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी कानून व्यवस्था आदित्य मिश्रा, आईजी एसटीएफ अभिताभ यश, डीआईजी सुरक्षा विजय भूषण सरसावा में यूपी-हरियाणा सीमा पर खड़े है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष शशि वालिया के कहा, राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर सहारनपुर आना चाहते थे। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी पर जानबूझ कर इजाजत नहीं दी गई।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी कहा कि राहुल गांधी शब्बीरपुर नहीं जाएंगे, कम से कम जिला अस्पताल में भर्ती हिंसा में घायल मरीजों व कार्यकर्ताओं से बातचीत करने की अनुमति दी जाए। पुलिस प्रशासन ने इसकी भी अनुमति नही दी।