कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज से अपने अमेरिका दौरे पर हैं। दो हफ्ते के इस दौरे के दौरान वह यहां के वैश्विक विचारकों, बड़े कारोबारियों, नेताओं और भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के बर्कले स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में भाषण दिया। भाषण के दौरान उन्होंने जहां पीएम मोदी को अपने से अच्छा वक्ता बताया वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग मेरे खिलाफ एजेंडा चलाने का काम करते हैं।
इस भाषण के दौरान उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर भी बातचीत की। उन्होंने नोटबंदी का जिक्र किया और कहा कि नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाई, और हमारी जीडीपी 2% तक गिर गई। राहुल ने कहा नोटबंदी करते समय संसद को अंधेरे में रखा गया। भारत में छोटे-कारोबार में ही जॉब हैं। भारत में अभी जॉब क्रिएट करने की कमी है, भारत को जॉब क्रिएट करनी होगी। लेकिन हम चीन की नीति पर चलकर जॉब नहीं क्रिएट कर सकते हैं, हमें लोकतांत्रिक तरीके से ही ये करना होगा।
अपने भाषण में राहुल ने भारत के एक बड़ा देश बताते हुए कहा कि “भारत एक बड़ा देश है। अगर कोई कहता है कि वह भारत को समझता है तो बेवकूफ है। भारत के पास आज कई राज्य हैं, कई प्राकृतिक संसाधन है,जो लोग सोच रहे थे कि भारत आगे नहीं बढ़ सकता है वो सभी गलत साबित हुए।”
इतना ही नहीं राहुल ने यूपीए सरकार की खामियों पर भी बात की। अपने भाषण में राहुल गांधी ने भारत के इतिहास, विविधता, गरीबी, वैश्विक हिंसा और राजनीति पर बात की। राहुल ने अपने भाषण में कहा कि देश का माहौल खराब है, राइट विंग के नेता कह रहे हैं कि एक जगह जाओ। यह ध्रुवीकरण की राजनीति खतरनाक है।
अहिंसा पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दुनियाभर में अहिंसा की विचारधारा खतरे में है। लेकिन अहिंसा ही एक विचार है जो मानवता को आगे बढ़ा सकता है। उन्होंने कहा, “मैंने अपने पिता और दादी को हिंसा में खोया है। मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा।”
राहुल ने परिवारवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा परिवारवाद पर निशाना न साधें, हमारा देश इसी तरह काम करता है। इस भाषण की खास बात यह रही कि राहुल ने कहा कि अगर पार्टी कहेगी तो वह पीएम की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।
बता दें कि देश के इससे पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरु ने साल 1949 में बर्कले में ऐतिहासिक भाषण दिया था। इसे याद करते हुए राहुल ने कहा “मेरे नाना ने भी यहां पर भाषण दिया था, आपने मुझे भी बुलाया उसके लिए थैंक्यू।”