2014 के चुनाव के बाद केंद्र में शासन करने वाली मोदी सरकार अपना तीसरा साल मई में पूरा करने वाली है। इसी मौके पर केंद्र ने व्यापक पब्लिसिटी की योजना बनाई है। इस जश्न में पीएम मोदी केंद्र के सभी मंत्रियों से उनके अभी तक के काम काज का ब्यौरा लेंगे। मंत्रियों को अपने 3 साल की सभी उपलब्धियों और कामयाबियों को पेश करना होगा साथ ही यह भी बताना होगा की लोगों पर इसका क्या असर पड़ा और उनकी क्या प्रतिक्रियाएं थी। यह कार्यक्रम 15 मार्च से शुरू हो जाएगा पर मंत्रियों को 15 मार्च से पहले सक्सेस लिस्ट सरकार को सौंपनी होगी।
सरकार ने अपने कार्यकाल के दूसरी वर्षगांठ पर दिल्ली के इंडिया गेट पर एक नई सुबह के नाम से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया था। तीसरे वर्षगांठ के जश्न का हाल विधानसभा के चुनाव पर निर्भर करता है। महाराष्ट्र में नगरपालिका चुनाव में शिवसेना के बाद दूसरा स्थान लेने वाली बीजेपी अगर उत्तर प्रदेश में अपने जीत का झंडा लहरा देगी तो जश्न का आलम कुछ अलग ही होगा। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो मनाए जा रहे इस जश्न की चमक कम हो जाएगी।
8 नवंबर 2016 को सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी का बड़ा फैसला केंद्र भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े हथियार के तौर पर पेश कर सकती है। बीजेपी की सरकार ने महंगाई पर भी काबू पाया है। पीएम मोदी द्वारा की गई कई विदेश यात्राएं और विकास के क्षेत्र में किए गए कई समझौते जश्न का मूल रूप बन सकते है। हालांकि रक्षा मंत्रालय को थोडी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि सरकार के कई प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान और कश्मीर के मामलें कुछ सही होते नहीं दिखे और लगातार वहां से कई आतंकी हमले होते आए है। उरी अटैक, लगातार सीज फायर का उल्लंघन और सर्जिकल स्ट्राइक इसका बड़ा उदाहरण है।