राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द (President Ramnath Kovind) आज यानी शनिवार को प्रयागराज (Prayagraj) पहुंचे है। एयरपोर्ट (Airport) पर राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandi Ben Patel) और सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने किया। इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया। रामनाथ कोविंद ने दीप प्रज्वलन कर हाईकोर्ट में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की। राष्ट्रपति करीब 6 घंटे प्रयागराज में रहेंगे। ऐतिहासिक इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रधानपीठ परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग, अधिवक्ता चैंबर का शिलान्यास करने के अतिरिक्त वह झलवा में बनाए जाने वाले राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजजू, सीजेआई एन वी रमना मंच पर मौजूद रहें।
महिलाओं की संख्या अधिवक्ता, अधिकारी और न्यायाधीश के रूप में बढ़ें
इलाहाबाद हाईकोर्ट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रयाग की धरती की पहचान शिक्षा के केंद्र के रूप में हो रही है। न्यायपालिका में महिलाओं की भागीदारी बढ़े। महिलाओं में न्याय की समझ अधिकतम होती है। उनमें सबको न्याय देने की प्रवृत्ति सबसे ज्यादा होती है। एक महिला ससुराल, माइका, पति और पुत्र में एक साथ समन्वय बनाती है।
आगे राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्याल और अधिवक्ता चैंबर का शिलान्यास करके काफी प्रसन्नता हुई है। न्यायाधीशों की संख्या की दृष्टि से इलाहाबाद हाईकोर्ट सबसे बड़ा कोर्ट है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की परंपरा, मदन मोहन मालवीय, मोतीलाल, कैलाशनाथ काटजू आदि ने इसी परिसर से भारत इतिहास के गौरवशाली इतिहास को लिखा है। उच्चतम न्यायालय में 33 न्यायाधीश में 4 महिलाएं शामिल है। महिलाओं में न्याय प्रकृति अधिक होता है। उनमें सबको न्याय देने में क्षमता होती है। न्यायपूर्ण समाज की स्थापना तभी संभव होगी जब महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। महिलाओं की संख्या को बढ़ाना होगा। इस हाईकोर्ट में महिलाओं की संख्या अधिवक्ता, अधिकारी और न्यायाधीश के रूप में बढ़ेगी ऐसी अपेक्षा है।
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ अयोध्या गए थे। जहां पर राष्ट्रपति ने अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन पर हो रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया था। अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने पर स्टेशन परिसर के बाहर लगे सांस्कृतिक मंच पर लिल्ली घोड़ी नृत्य प्रदर्शन के जरिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया गया था। जहां राष्ट्रपति रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ किए थे।