राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के पांच राज्यों में आज नए राज्यपालों की नियुक्ति की। इन पांच राज्यों में बिहार, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश और तमिलनाडु शामिल हैं। केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार में भी नए उप राज्यपाल की नियुक्ति हुई है।
अपने समय में बीजेपी के कद्दावर नेता सत्यपाल मलिक को बिहार का राज्यपाल बनाया गया है। जबकि असम में जगदीश मुखी, अरुणाचल प्रदेश में ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा, मेघालय में गंगा प्रसाद और तमिलनाडु में बनवारी लाल पुरोहित को राज्यपाल बनाया गया है। वहीं एडमिरल (सेवानिवृत्त) देवेंद्र कुमार जोशी अण्डमान निकोबार द्वीप समूह के उप राज्यपाल होंगे। इससे पहले यहां जगदीश मुखी उप राज्यपाल थे, जिन्हें अब असम का राज्यपाल बना दिया गया है। गौरतलब है कि इन राज्यों में लंबे समय से स्थाई राज्यपालों की आवश्यकता थी क्योंकि यहां की जिम्मेदारी अतिरिक्त प्रभार वाले राज्यपाल संभाल रहे थे।
आइए जानते हैं इन नवनियुक्त राज्यपालों के बारे में:
सत्यपाल मलिक
बिहार के राज्यपाल नियुक्त किए गए सत्यपाल मलिक बीजेपी के कद्दावर नेताओं में रहे हैं। वह अलीगढ़ से सांसद और लंबे समय से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे हैं। वह बीजेपी की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। पद मिलने के बाद मलिक ने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और पूरे दिल से इसे पूरे करेंगे।
बनवारी लाल पुरोहित
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित साल बीजेपी महाराष्ट्र के एक बड़े नेता रहे हैं। वह शिवसेना-भाजपा सरकार में मंत्री और नागपुर से तीन बार के भाजपा सांसद भी थे।
गंगा प्रसाद
मेघालय के गवर्नर बने गंगा प्रसाद साल मूल रूप से बिहार के निवासी हैं और 18 साल तक बिहार विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) रह चुके हैं।
एडमिरल देवेन्द्र कुमार जोशी
अण्डमान निकोबार द्वीप समूह के उप राज्यपाल एडमिरल देवेन्द्र कुमार जोशी भारत के 21वें नौसेनाध्यक्ष रह चुके हैं। वह पनडुब्बी विरोधी जंग के विशेषज्ञ रहे हैं। उन्होंने करीब 38 वर्षों तक भारतीय नौसेना के अलग-अलग पद पर अपनी सेवाएं दी। उन्हें नौसेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल और युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है।
जगदीश मुखी
असम के राज्यपाल जगदीश मुखी दिल्ली भाजपा के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में से एक और लगातार 7 बार के विधायक रह चुके हैं।
ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा
एक निर्भिक एनएसजी कमांडो बी.डी. मिश्रा आज कल टीवी डिबेट्स में सेना का पक्ष रखने के लिए जाना जाते हैं। अरुणाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त होने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और उनका लक्ष्य संविधान और कानून की रक्षा करना होगा।