देश में तेल का दाम लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते दामों से जहां एक तरफ जनता का हाल बेहाल है तो वहीं बाकी सामानों के भाव भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में मोदी सरकार विपक्षियों के निशाने पर है। इसी के मद्देनजर मोदी सरकार ने तेल उत्पादक देशों के साथ बैठक की। पीएम नरेंद्र मोदी की सोमवार को तेल व गैस क्षेत्र की अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ, दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश के तेल मंत्री खालिद ए एल-फालिह के अलावा भारत सरकार के कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहम बैठक हुई। मोदी ने तेल खरीदने वाले भारत जैसे देशों की तुलना ‘सोने का अंडा’ देने वाली मुर्गी से की और तेल उत्पादक देशों को आगाह किया कि उन्हें इस मुर्गी को नहीं मारना चाहिए। इस बैठक का भारत को फायदा भी मिला और सऊदी अरब ने मदद के लिए हाथ भी आगे बढ़ाया।
सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल फलीह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि मोदी और उनकी सरकार ने भारत में कारोबार करने को सुगम कर दिया है और वे ‘अच्छे दिन’ ला रहे हैं। भारत को एक उभरती महाशक्ति बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बार-बार भारत आना यह दर्शाता है कि सऊदी अरब भारत को काफी महत्व देता है। ईरान के बाद सऊदी अरब भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि राज्यों के चुनाव नजदीक आने पर वह पेट्रोलियम उत्पादों के दाम कम करने और लोगों की चिंता का ‘नाटक’ करते हैं। कांग्रेस ने कहा कि ,‘‘आज प्रधानमंत्री ने 40 तेल कंपनियों के अधिकारियों को बुलाया। उसमें क्या निकला, किसी को पता नहीं. दरअसल, चुनाव के समय प्रधानमंत्री को पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों की याद आती है।’’