कांग्रेस पार्टी के ना चाहते हुए भी राम और राम मंदिर का मुद्दा उसके गले पड़ गया है। SC में अयोध्या मामले की सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल की मांग को लेकर भाजपा ने आक्रामक रुख अपना लिया है। अब कांग्रेस पार्टी सफाई पर सफाई दे रही है।
गौरतलब है कि सुप्रीमकोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई के दौरान सुन्नी वक़्फ बोर्ड की तरफ़ से पैरवी कर रहे वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अपील पर सुनवाई अगले लोकसभा चुनाव के बाद जुलाई, 2019 में की जाए क्योंकि मौजूदा समय में माहौल सुनवाई के लिए माकूल नहीं हैं। अदालत में कपिल सिब्बल द्वारा सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से दी गई दलीलों पर कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि यह पार्टी की राय नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी कपिल सिब्बल की अदालत में दी गई दलील से खुद को अलग करती है. केस लड़ना उनका निजी मसला है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य और बाबरी मस्जिद मामले के पक्षकार हाजी महबूब ने सिब्बल के बयान को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि, कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं लेकिन वो एक राजनीतिक पार्टी से भी जुड़े हुए हैं। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में उनका बयान गलत था। हम इस मामले में जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं। सुन्नी वक्फ बोर्ड पर कपिल सिब्बल से नाराज दीख रहा है। उसका कहना है कि वो नहीं चाहता कि मंदिर मामले की सुनवाई ज्यादा खिंचे। और तो और गुजरात में अपनी एक चुनावी सभा में मोदी ने खुलेआम कांग्रेस पर निशाना साधा कि वह 2019 तक चुनावों के मद्देनजर मामले को लटकाना चाहती है।
अमित शाह द्वारा इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर सवाल उठाने के बाद अब भाजपा के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव का बयान आया है। भाजपा प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बाबर का भक्त और खिलजी का रिश्तेदार तक करार दे दिया है। राव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने के लिए राहुल गांधी ने ओवैसिस, जिलानिस से हाथ मिला लिया है। राहुल गांधी निश्चित रूप से एक “बाबर भक्त” और “खिलजी के रिश्तेदार” हैं। बाबर ने राम मंदिर को नष्ट कर दिया और खिलजी ने सोमनाथ को लूट लिया। नेहरू वंश दोनों इस्लामी आक्रमणकारियों के पक्ष में है।
इस बीच राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए साक्षी महाराज ने भी कहा कि अयोध्या में मंदिर का ताला खुलवाया राजीव गांधी ने, विवादित ढांचे में भगवान की मूर्ति भी कांग्रेस के शासनकाल में ही मिली, लेकिन राहुल गांधी और उनकी पार्टी आजतक मंदिर मुद्दे पर अपना स्टैंड क्लियर ही नहीं कर सकी। उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा- लगता ही नहीं कि राहुल गांधी राजीव गांधी की संतान हैं, यह तो खिलजी की औलाद मालूम होते हैं।