Tiranga March: कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने गुरुवार को संसद भवन से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि भाजपा लोकतंत्र पर हमला किया कर रही है। मार्च निकालने के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र के बारे में बहुत कहती है, पर उसके तहत चलती नहीं है। 50 लाख करोड़ का बजट 12 मिनट में पास किया गया। कहते हैं विपक्ष की रुचि नहीं। लेकिन जब कभी हम बोलने के लिए उठते थे तो वह बोलने नही देते थे।
बता दें कि संसद भवन से विजय चौक तक मार्च करते हुए विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रीय ध्वज थाम लिया। द्रमुक, समाजवादी पार्टी, राजद, शिवसेना (यूबीटी), आप और राकांपा जैसे समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के पार्टी नेताओं ने मार्च में भाग लिया। विपक्षी नेताओं ने सदन स्थगित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा दी जाने वाली ‘शाम की चाय’ का भी बहिष्कार किया है। राज्यसभा की कार्यवाही आज दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।

13 मार्च से ही बाधित रही है लोकसभा की कार्यवाही
विपक्ष और सत्ता पक्ष के विरोध के कारण 13 मार्च को बजट सत्र शुरू होने के बाद से लोकसभा की कार्यवाही बाधित हुई है। जहां विपक्ष ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले की संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग की, वहीं भाजपा कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके लोकतंत्र पर लंदन में की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग जारी रखे हुए है।
यह भी पढ़ें:
- Tiranga March: अडानी मुद्दे पर विपक्ष का हल्ला बोल तिरंगा मार्च निकाल जताया विरोध, राज्यसभा में जमकर नारेबाजी
- “नेताओं के लिए अलग नियम नहीं बना सकते”, ED-CBI के खिलाफ विपक्ष की याचिका सुनने से Supreme Court का इनकार