स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (Dept of School Education and Literacy) के अतिरिक्त सचिव (Additional Secretary) संतोष कुमार सारंगी (Santosh Kumar Sarangi) ने बताया कि देश में Teacher’s Day 2021 के अवसर पर 5 सितंबर से 17 सितंबर तक ‘शिक्षक पर्व’ मनाया जाएगा। इसके साथ ही स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय की ओर से सरकार शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के साथ शुरुआत करेंगी। इस वर्ष 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार 5 सितंबर को दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कि अधिकांश राज्यों में लगभग 80% शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को COVID19 वैक्सीन की एक या दोनों खुराक के साथ टीका लगबा लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी 7 सितंबर को संबोधन करेंगे
इस वर्ष शिक्षक पर्व स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय की ओर से 5 सितंबर से 17 सितंबर तक मनाया जाएगा। यह पूरा पर्व Online Mode से होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 सितंबर को शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को संबोधित करेंगे। इसमें प्रधानमंत्री 11 बजे संबोधन करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी 10,000 शब्दों की ISL डिक्शनरी, टॉकिंग बुक्स, एफएलएन-निष्ठा, विद्यांजलि और ESQAAF को लांच करेंगे। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगे।

शिक्षक पर्व 2020
शिक्षकों और अन्य हितधारकों के दृष्टिकोण के प्रसार के उद्देश्य से शिक्षक पर्व 5 सितंबर से 25 सितंबर, 2020 तक आयोजित किया गया था। इस उत्सव में प्रसिद्ध विद्वान, NCERT के विशेषज्ञ और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक शामिल हुए थे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NIP 2020)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NIP 2020), को जुलाई 2020 को भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लांच की गई थी, नई शिक्षा नीति शिक्षा पर पिछली राष्ट्रीय नीति, 1986 की जगह ली। यह नीति प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी भारत दोनों में व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए एक व्यापक ढांचा है। नीति का उद्देश्य 2040 तक भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलना है।
राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में बनाया जाता शिक्षक दिवस
भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह स्मरणोत्सव हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का प्रतीक है। डॉ राधाकृष्णन ने भारत की शिक्षा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई लोगों को स्कूलों में रहने और शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।