Odisha Train Accident:ओड़िशा के बालासोर में 2 जून को भीषण ट्रेन हादसा हो गया था। उस हादसे में 275 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 1000 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। विपक्ष इस हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की इस्तीफे की मांग कर रहा है। इस बीच ट्रेन हादसे के मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है। बीते दिनों रेल मंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए बताया था कि बालासोर में हुए ट्रेन हादसे की जांच के लिए रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है। आज यानी मंगलवार को ट्रेन हादसे वाली जगह सीबीआई की टीम जांच के लिए पहुंची है।
वहीं, सीबीआई ने बालासोर ट्रेन हादसे मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। जांच एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने रेल मंत्रालय के आग्रह पर ओड़िशा सरकार की सहमति और केंद्र सरकार के आदेशों पर कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और मालगाड़ी से संबंधित ट्रेन हादसे के संबंध में मामला दर्ज किया है।
Odisha Train Accident: दुर्घटनास्थल पर पहुंची 10 सदस्यीय सीबीआई की जांच टीम
बालासोर ट्रेन हादसे की जांच अब सीबीआई के हाथों में चली गई है। इसकी जानकारी खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी थी। वहीं, मंगलवार को दुर्घटनास्थल पर सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम पहुंची। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी देखी गई।
दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीआरओ आदित्य कुमार चौधरी ने बताया,”सीबीआई अपना काम कर रही है। अलग-अलग स्थानों पर सीआरएस और सीबीआई अपना काम कर रही है और साक्ष्य एकत्रित कर रहे हैं। सीबीआई और सीआरएस दोनों आपस में तालमेल बैठाकर काम कर रहे हैं।”
प्रारंभिक जांच में सिग्नल में गड़बडी की बात आई सामने-रेलवे बोर्ड
बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर रेलवे बोर्ड ने पिछले दिनों प्रेस वार्ता की थी। उस दौरान उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में घटना को लेकर सिग्नल में गड़बड़ी की बात सामने आई है। रेलवे बोर्ड की संचालन और व्यवसाय विकास सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने कहा था,”बहानागा स्टेशन पर 4 लाइने हैं। इसमें 2 मेन लाइन है। लूप लाइन पर एक माल गाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिली थी। दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रही थी। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस आई थी।”
उन्होंने बताया था कि यह ट्रेन शालीमार से चेन्नई को जा रही थी और इसकी स्पीड 128 किमी प्रति घंटा थी। जया सिन्हा ने आगे कहा,”हम अभी भी रेलवे सुरक्षा आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।”
उन्होंने बताया,”मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी। चूंकि मालगाड़ी लौह अयस्क ले जा रही थी, इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ। यह बड़ी संख्या में मौतों और चोटों का कारण है। कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां डाउन लाइन पर आ गईं और यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकरा गईं, जो डाउन लाइन से 126 किमी/घंटा की गति से पार कर रही थी।”
यह भी पढ़ेंः
CCTV Footage: दिल्ली के जाफराबाद में ताबड़तोड़ फायरिंग, गैंगवार में चार लोगों को लगी गोली
पहलवानों के केस में बृजभूषण सिंह के पैतृक निवास पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम, 15 लोगों से की पूछताछ