कैसा हो अगर अब प्लेन की तर्ज पर ही आपकी रेल की भी टिकट बुकिंग होनी शुरु हो जाए? जी हां जिस तरह आप प्लेन में टिकट बुक कराने के समय अपनी मनपसंद सीट का चयन करते हैं ठीक वैसे ही अब रेलवे भी आपके लिए सीट का चयन करने की सुविधा ला रहा है।
दरअसल, ऑनलाइन टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर में कई बदलाव होने तय किए गए थे मगर फिर रेल मंत्रालय ने बदलाव की जगह पूरा सॉफ्टवेयर ही नया बनाने का फैसला किया। इस नए सॉफ्टवेयर को बनाने में तकरीबन एक साल का समय लगेगा। यह सॉफ्टवेयर टिकट बुकिंग के मामले में और भी फ्रेंडली होगा जो टिकट बुकिंग कन्फर्मेशन के साथ-साथ आपको सीट चयन की भी सुविधा देगा।
नए सॉफ्टवेयर के फीचर्स कैसे हो इसके बारे में लगातार हर हफ्ते मीटिंग की जा रही है। सॉफ्टवेयर के ब्लू प्रिंट को तैयार करने का काम भी शुरु हो चुका है। ब्लू प्रिंट पूरी तरीके से तैयार होने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु के सामने पेश किया जाएगा। जिसके बाद मंजूरी मिलने पर सॉफ्टवेयर को एक्टिवेट कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इंटरनेट पर हैकिंग के खतरे से निपटने के लिए नए सॉफ्टफेयर में तमाम सिक्योरिटी फीचर्स भी डेवल्प किए जाएंगे। साथ ही बता दें कि बुकिंग सिस्टम में कैब, ई-कैटरिंग, व्हीलचेयर, कुली और वेटिंग रुम की भी बुकिंग का ऑप्शन होगा। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस नए सॉफ्टवेयर में रेल यात्रीयों को तमाम सुविधाएं बुक करने का मौका मिलेगा।
नए सॉफ्टवेयर में रेलवे यह व्यवस्था कर सकेगा कि एयरलाइंस की तरह यात्री को पहले उसका कोच या टिकट नंबर बताने की बजाए सिर्फ कंफर्म टिकट होने की जानकारी दी जाएगी और बाद में चार्ट तैयार होने पर यात्री को उसका सीट नंबर एसएमएस कर दिया जाएगा। इस व्यवस्था में सबसे बड़ा फायदा यह होगा की रेलवे को समय रहते पता चल पाएगा कि उसके कितने कोच भर पा रहे हैं और इसी के आधार पर ट्रेन में लगाए जाने वाले डिब्बों की संख्या घटती बढ़ती रहेगी।