NHRC के प्रमुख जस्टिस अरुण मिश्रा ने एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ की। दरअसल, एनएचआरसी के कार्यक्रम में जस्टिस मिश्रा ने अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि आपके प्रयासों से जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में शांति का एक नया अध्याय शुरू हुआ है. मुझे आपका स्वागत करते हुए गर्व महसूस हो रहा है।
इसके साथ ही जस्टिस मिश्रा ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में भारत मानवाधिकारों की रक्षा के लिए बेहतर काम कर रहा है। हमने कई ऐसी योजनाएं लागू कीं, जो नागरिकों के कल्याण से जुड़ी थीं। हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था विवादों के शांतिपूर्ण और कानूनी समाधान में विश्वास रखती है।
प्रशांत भूषण ने बताया शर्मनाक
जस्टिस अरुण मिश्रा के द्वारा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में गृह मंत्री के तारीफ की जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने कड़ी आलोचना की है। प्रशांतभूषण ने जस्टिस अरुण मिश्रा की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए उनके व्यवहार को गरीमा के खिलाफ और बेहद शर्मनाक बताया.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक प्रशंसा करने के बाद इस घटना ने एनएचआरसी प्रमुख जस्टिस अरुण मिश्रा के व्यक्तित्व में एक नई गिरावट को दर्शा रहा है। ऐसे में हम किस तकह से मानवाधिकारों की रक्षा में सफल होने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
जस्टिस अरुण मिश्रा पीएम मोदी की भी कर चुके हैं तारीफ
गौरतलब है कि बीते फरवरी में जस्टिस अरुण मिश्रा ने बतौर सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी. जस्टिस मिश्रा ने कहा था कि पीएम मोदी, जिन्हें उनके नेतृत्व के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है, एक दूरदर्शी हैं।
जस्टिस मिक्षा ने आगे कहा कि इनके (पीएम मोदी) नेतृत्व में भारत दुनिया में एक जिम्मेदार और मैत्रीपूर्ण देश के रूप में उभरा है। न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत करना समय की मांग है, क्योंकि यह लोकतंत्र की रीढ़ है। विधायिका उसका हृदय है और कार्यपालिका उसका मस्तिष्क। इन सभी अंगों को स्वतंत्र रूप से काम करना होता है। लोकतंत्र सद्भाव में ही सफल होता है।
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