NCP: मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता शरद पवार ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का एलान किया। इस बीच पार्टी के कार्यकर्ता उनको ऐसा न करने के लिए मना रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कि एनसीपी स्थापना कैसे हुई थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना 10 जून 1999 को की गयी थी। इसके संस्थापकों में शरद पवार समेत पीए संगमा और तारिक अनवर शामिल थे।
दरअसल इन नेताओं को कांग्रेस पार्टी से निकाल दिया गया था। जिसके बाद इन नेताओं ने एनसीपी के रूप में अपनी अलग पार्टी बनाई। शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट ने सवाल खड़ा किया था कि क्या विदेशी मूल की सोनिया गांधी को कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने का अधिकार है।
लेकिन अक्टूबर 1999 में महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन किया और राज्य में सरकार बनाई। यहां तक कि केंद्र में भी एनसीपी यूपीए (2004-2014) का हिस्सा रही।
NCP:केंद्र में सत्ता का हिस्सा रही एनसीपी
NCP:साल 2014 तक एनसीपी और कांग्रेस मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में रहे। केंद्र में भी 2004 से 2014 तक एनसीपी सत्ता का हिस्सा रही।हालांकि एनसीपी ने 2014 के महाराष्ट्र चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और अकेले चुनाव लड़ा। लेकिन पार्टी को चुनाव में मायूसी हाथ लगी। 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी फिर से एक साथ आ गए। 2019 में महाराष्ट्र चुनाव हुए तो एनसीपी ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। लेकिन कामयाबी एनडीए को मिली।
बाद में देवेंद्र फडणवीस एनसीपी के समर्थन से सीएम बने और एनसीपी नेता अजित पवार को अपना उपमुख्यमंत्री बनाया। दरअसल अजित पवार ने अपनी पार्टी से इजाजत लिए बिना ये कदम उठाया था। उन्होंने एनसीपी विधायकों के समर्थन की लिस्ट राज्यपाल को दी थी। लेकिन ये सरकार चल नहीं सकी।
इसके बाद शरद पवार के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी ने शक्ल ली। इसमें एनसीपी, कांग्रेस के लिए अलावा शिवसेना शामिल हुई। हालांकि एकनाथ शिंदे की बगावत ने अघाड़ी सरकार गिरा दी।
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