Narsinghanand Saraswati: कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) के बाद अब गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। महात्मा गांधी पर टिप्पणी करने के बाद से सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ एफआईआर करने की मांग तेज हो गई है। बता दें कि नरसिंहानंद सरस्वती ने हरिद्वार में बयान दिया है कि नाथूराम गोडसे उनके लिए पूज्यनीय है। गोडसे की वजह से ही वे जिंदा हैं।
Narsinghanand Saraswati ने की राष्ट्रपिता पर टिप्पणी
नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि गांधी राष्ट्रपिता बनने के लायक नहीं हैं। बता दें कि महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने कालीचरण महाराज को गिरफ्तार किए जाने का विरोध करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ बेहद अपमानजनक टिप्पणी की।
गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि हम कालीचरण महाराज की गिरफ़्तारी की निंदा करते हैं। कांग्रेस की सरकार ने निर्लज्जतापूर्वक काम किया है। गांधी के कारण कालीचरण महाराज को जिन्होंने गिरफ्तार किया है, उनका महादेव समूल नाश करेंगे।
नरसिंहानंद सरस्वती ने आगे कहा कि गांधी के बारे में कालीचरण महाराज ने जो कहा उससे हम सहमत हैं। हम किसी भी हाल में कालीचरण महाराज के साथ हैं। हमें विश्वास है कि जल्दी उनकी जमानत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि उनकी जमानत में देरी हुई तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के आवास पर आमरण अनशन करेंगे।
Kalicharan Maharaj: क्या है मामला?
गौरतलब है कि रविवार को रायपुर के रावणभाठा के मैदान में आयोजित धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रणाम किया था। धर्म संसद को संबोधित करते हुए कालीचरण महाराज ने लोगों से कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए। कालीचरण महाराज के बयान के बाद रायपुर पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि नरसिंहानंद सरस्वती अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। गाजियाबाद पुलिस ने उनपर गुंडा एक्ट लगाने की सिफारिश की थी लेकिन प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी।
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