
समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो Mulayam Singh Yadav की तबीयत अचानक रविवार को काफी खराब हो गई। हालांकि, वो काफी लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे लेकिन अब उनको सीसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। मुलायम सिंह का पूरा परिवार उनसे मिलने अस्पताल पहुंचा हुआ था। इनकी पत्नी साधना का कुछ महीने पहले इसी अस्पताल में निधन हो गया था। दरअसल, उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था जिसके बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। मुलायम सिंह यादव और साधना यादव की लव स्टोरी राजनीति की सबसे चर्चित लव स्टोरी में से एक है।

मां के इलाज के दौरान साधना से मिले Mulayam Singh Yadav
1982 के दौरान कांग्रेस कमजोर पड़ने लगी थी और मुलायम सिंह राजनीति का एक उभरता चेहरा थे। उस दौरान मुलायम सिंह की मां की तबीयत अक्सर खराब रहा करती थी। मुलायम सिंह उन्हें लेकर सैफई अस्पताल जाया करते थे। इस अस्पताल में साधना नर्सिंग का काम करती थी। इन दोनों के बीच का प्यार अस्पताल के जनरल वार्ड में शुरू हुआ था। हालांकि, मुलायम सिंह उस समय शादीशुदा थे, वे अपनी पत्नी मालती देवी के साथ रहते थे।
गलत इंजेक्शन लगाने से रोकने पर इंप्रेस हुए थे Mulayam Singh Yadav
Mulayam Singh Yadav की मां के इलाज के दौरान साधना को उनकी देखभाल के लिए रखा गया था। बताया जाता है एक दिन एक नर्स मुलायम सिंह की मां को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी तभी साधना की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने इंजेक्शन लगाने से रोक लिया।

कुछ देर बाद इस बात की जानकारी मुलायम सिंह को चली जिसके बाद वो काफी इंप्रेस हो चुके थे। ऐसे ही मां के इलाज के दौरान मुलायम सिंह और साधना के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं। आपको बता दें, साधना यादव अपने पति मुलायम सिंह यादव से 20 साल छोटी थीं।
20 साल बाद मिला पत्नी का दर्जा
कुछ सालों बाद साधना गुप्ता की शादी फर्रुखाबाद में रहने वाले चंद्र प्रकाश गुप्ता से हो गई और शादी के दो साल बाद साधना को एक बेटा हुआ जो कि प्रतीक यादव हैं। प्रतीक के जन्म के दो साल बाद साधना और उनके पति चंद्र प्रकाश गुप्ता अलग हो गए। कुछ दिन बाद दोनों का तलाक हो गया। अपने पति से अलग होने के बाद साधना लखनऊ आकर रहने लगीं और राजनीतिक कार्यक्रमों में आने-जाने लगीं। वहीं, 2003 में मुलायम सिंह की पहली पत्नी मालती देवी का निधन हो गया।

पहली पत्नी के निधन के बाद Mulayam Singh Yadav ने 2003 में ही साधना को पत्नी का और प्रतीक को बेटे का दर्जा दिया। हालांकि, इस बात से मालती देवी और मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव अपने पिता से काफी नाराज हो गए और अलग रहने लगे।

प्रतीक यादव के पिता नहीं हैं मुलायम सिंह
प्रतीक यादव साधना के पहले पति चंद्र प्रकाश के बेटे हैं। हालांकि, इन दोनों के अलग होने के बाद पिता की जानकारी की जगह पर मुलायम सिंह की ही जानकारी होती थी। आपको बता दें कि 1994 में प्रतीक यादव के स्कूल फॉर्म में पिता के नाम पर एमएस यादव और पते की जगह मुलायम सिंह यादव के ऑफिस का पता दिया हुआ था। यह भी कहा जाता है कि साल 2000 में प्रतीक के अभिभावक के रूप में मुलायम का नाम दर्ज हुआ था।
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