विधानसभा के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी का नेतृत्व किया और शायद यही वजह है कि इस दबदबे के चलते बीजेपी को विधानसभा चुनावों में भारी जीत मिली। बीजेपी के इस प्रदर्शन के पीछे प्रधानमंत्री थे इससे यह अनुमान लगाना मुश्किल नहीं है कि 2019 में होने वाले आम चुनावों में भी पीएम मोदी एक महत्वपूर्ण भूमिका में दिखाई देंगे। सोमवार को दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में यह तय किया गया कि 2019 में होने वाले लोकसभा के चुनाव में भी पीएम मोदी ही एनडीए का चेहरा होंगे। 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से यह एनडीए की दूसरी बैठक थी।
पीएम मोदी का पार्टी में किसी भी नेता से ज्यादा वर्चस्व है जिसके चलते राजग के 33 राजनीतिक दलों के कुनबे ने पीएम मोदी के नेतृत्व को देश के लिए लाभकारी बताते हुए यह फैसला लिया। एनडीए की बैठक में गोवा के वह तमाम राजनीतिक दल भी शामिल थे जिन्होंने हाल ही में पार्टी से हाथ मिलाया है। एनडीए की बैठक से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच भी एक बैठक हुई। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की। बताया जा रहा है कि उन्होंने महाराष्ठ्र के किसानों का कर्जा माफ करने के संदर्भ में बातचीत की। मीटिंग में आंध्र प्रदेश के सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ-साथ और भी कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। बैठक में केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर ताल-मेल बनाने के उपायों पर भी बात की गयी। मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री की तरफ से सभी नेताओं के लिये रात्री भोज का आयोजन भी किया गया था।
बैठक में प्रधानमंत्री ने गरीबों की तकलीफों को पूरा करने की बात कही। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार पर गरीबों ने जो विश्वास दिखाया है, उस विश्वास को टूटना नहीं चाहिए।” उन्होंने एनडीए के विस्तार की भी बात की। पीएम ने न्यू इंडिया के मिशन पर बोलते हुए तमाम पार्टियों को युवाओं से जुड़ने की भी बात कही।